नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी तीन जुलाई से निश्चितकालीन आंदोलन की शुरूआत करेंगे। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले होने वाले इस आंदोलन में राज्यभर के 45 हजार संविदा कर्मचारियों के शामिल होने की संभावना है।
महासंघ के पदाधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा स्वास्थ्य विभाग में 15000 संविदा कर्मचारी कार्यरत है। इसके बाद पंचायत विभाग में 5000, स्कूल, उच्च शिक्षा, कृषि आदि विभागों में संविदा अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं। अनिश्चितकालीन आंदोलन से स्वास्थ्य सेवाओं में विपरीत असर पड़ने की आशंका है। पदाधिकारियों ने बताया कि आंदोलन के संदर्भ में 26 जुलाई को राज्य सरकार को अवगत करा दिया गया है।
जन घोषणा-पत्र में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की
अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने जन घोषणा-पत्र में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की घोषणा की थी। इस अनिश्चितकालीन आंदोलन में स्वास्थ्य विभाग, मनरेगा सहित पंचायत विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व अन्य विभाग के संविदा कर्मचारी शामिल होंगे। संविदा कर्मचारी बीते साढ़े चार वर्ष से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।