रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की सांसद डॉ. सरोज पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नशाबंदी को लेकर दिए गए बयान पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा है कि 2 हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला करने के बाद मुख्यमंत्री बघेल अब नशाबंदी की बातें कर रहे हैं। गंगाजल हाथ में लेकर पूर्ण शराबबंदी की कसम खाने के बाद भी प्रदेश की भूपेश सरकार ने शराबबंदी का अपना वादा पूरा नहीं किया। इस झूठी सरकार की किसी भी बात पर प्रदेश अब कोई भरोसा नहीं करेगा।
भाजपा सांसद ने कहा कि नकली, जहरीली और ओवररेट शराब बिक्री के गोरखधंधे के जरिए हजारों करोड़ रुपए का घोटाला करने वाली प्रदेश सरकार के मुखिया अब ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ की कहावत चरितार्थ कर नशाबंदी की बातें करके प्रदेश को भरमाने में लगे हैं। जिस छत्तीसगढ़ को प्रदेश सरकार के संरक्षण में ड्रग्स, गांजा, अफीम, चरस समेत तमाम मादक पदार्थों की तस्करी और गोरखधंधे का अड्डा बनाकर रख दिया गया है, वहां के मुख्यमंत्री आखिर नशाबंदी की बात किस मुंह से कर रहे हैं? नकली और जहरीली शराब पिला-पिलाकर लोगों की सेहत और जान से खिलवाड़ करने वाली प्रदेश सरकार मादक पदार्थों के जरिए प्रदेश के किशोर से लेकर युवाओं तक के भविष्य को तबाह कर देने के पाप की भी उतनी ही भागीदार है।
उन्होंने कहा कि सिंडीकेट बनाकर नशे और शराब के जरिए अवैध कमाई करने वाली प्रदेश सरकार के भ्रष्ट राजनीतिक चरित्र ने प्रदेश को उन अपराधों की अंधी गलियों में धकेलने का काम किया है, जिनसे परिवारिक और मानवीय रिश्ते लहूलुहान तक हो गए। शराब और नशे का काला कारोबार चलाकर पूरे देशभर में छत्तीसगढ़ को शर्मसार कर देने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री को तो प्रदेश ने अब ‘झूठ शिरोमणि’ मान लिया है और इसलिए शराबबंदी से पल्ला झाड़कर मुख्यमंत्री बघेल नशाबंदी का पल्लू थामने की लाख कोशिशें कर लें, लेकिन छत्तीसगढ़ अब उनके झाँसों में नहीं आएगा और अगले विधानसभा चुनाव में प्रदेश के लोग कांग्रेस को चढ़े सत्ता, झूठ, अहंकार वादाखिलाफी के तमाम नशे उतार देंगे।