मैदान में उतरने से पहले ही हार मान गयी कांग्रेस, पैवेलियन लौट जाना चाहिए : भाजपा


रायपुर। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है कि कांग्रेस चुनाव मैदान में उतरने से पहले ही हार मान चुकी है। इसे अब चुपचाप पैवेलियन लौट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, टी.एस. सिंहदेव के बयान कांग्रेस की अंदरूनी कलह का संकेत तो पहले ही दे चुके थे, अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मान लिया है कि सत्ता में वापसी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। कांग्रेस की सत्ता में वापसी को लेकर मंत्री सिंहदेव के ताजा बयान के बाद मुख्यमंत्री बघेल का यह कहना कि ‘बड़ी चुनौतियां हमारे सामने हैं, हम सरकार तो बना लेते हैं लेकिन उसे रिपीट नहीं कर पाते’, प्रदेश की अपराध-बोध से ग्रस्त कांग्रेस सरकार की हताशा व निराशा को दर्शाता है।


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए के शराब, रेत, जमीन, कोयला, पीडीएस राशन, गरीबों के मुफ्त अनाज में घोटाले करने के बाद, नकली शराब पिलाकर प्रदेश के लाखों परिवार और जन-स्वास्थ्य से क्रूरतम खिलवाड़ करने के बाद, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और 25 हजार अबोध शिशुओं की मौत के बाद, 7 हजार महिलाओं के साथ हुए वहशियाना अनाचार के बाद, साढ़े 3 हजार क्रूर हत्याओं के बाद, 26 हजार किसानों, गरीबों, युवाओं की आत्महत्या के बाद, छत्तीसगढ़ को आकंठ कर्ज में डुबाने के बाद, गंगाजल हाथ में लेकर कसमें खाकर भी वादाखिलाफी के कीर्तिमान रचने के बाद, प्रदेश के संसाधनों की खुलेआम लूट मचाकर छत्तीसगढ़ को अपने ‘खानदानी सियासी आकाओं’ का एटीएम बना देने के बाद, भगवान राम के ननिहाल में धर्मांतरण और तुष्टीकरण का घातक एजेंडा चलाकर धर्म-संस्कृति को नष्ट करने व हिन्दू समाज का उत्पीड़न करने के बाद और हर मोर्चे पर छत्तीसगढ़ के विकास को बाधित करने बाद राजनीतिक अपराध बोध ने मुख्यमंत्री बघेल को काफी बेचैन कर रखा है और कांग्रेस सरकार व नेताओं की नींद उड़ा रखी है। मुख्यमंत्री बघेल का यह बयान उसी   उदासी की तस्दीक कर रहा है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के नेताओं को इधर-उधर की सियासी ड्रामेबाजी से बाज आकर इस सवाल पर मंथन करना चाहिए कि आखिर क्या वजह है कि जनता कांग्रेस को मौका देती है, कांग्रेस सरकार बना लेती है, लेकिन रिपीट नहीं कर पाती? दरअसल, छल-कपट और अपने वादों से मुकरकर जनता से विश्वासघात करने के कारण ही कांग्रेस इस दुर्दशा को प्राप्त हुई है और आगामी विधानसभा चुनाव के नतीजे छत्तीसगढ़ को कांग्रेस मुक्त प्रदेश बनाने जा रहे हैं, इसमें अब संदेह की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *