सरगुजा :- छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) व सरगुजा राजपरिवार (Royal Family Sarguja) के महाराज टीएस सिंह देव (T S Singh Deo Baba) की पत्नी इंदिरा सिंह देव (Indira Singh Deo) का निधन हो गया है. लंबी बीमारी के बाद इंदिरा सिंह ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने अपने निवास तपस्या में अंतिम सांसें ली. कोठीघर के सामने रानी तालाब में आज ही उनका अंतिम संस्कार होगा. उनके निधन से राजपरिवार सहित सरगुजा में शोक की लहर है. उनका अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे स्थानीय रानी तालाब, अम्बिकापुर में किया जायेगा. इनका जन्म दिनांक 12 अप्रैल 1950 को धरमजयगढ़ राजपरिवार में हुआ था. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम (Former CM) भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि अभी बेहद दुखद सूचना प्राप्त हुई है. सरगुजा राजपरिवार की श्रीमती इंदिरा सिंह जी (बेबी राज जी) का देहांत हो गया है. वो लंबे समय से गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रही थीं. हम सब उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं. इस दुःख की घड़ी में सिंहदेव परिवार के साथ हम सब हैं. यह हमारी पारिवारिक क्षति भी है. अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए अमरकंटक से रवाना हो रहा हूँ.
अभी बेहद दुखद सूचना प्राप्त हुई है.
सरगुजा राजपरिवार की श्रीमती इंदिरा सिंह जी (बेबी राज जी) का देहांत हो गया है. वो लंबे समय से गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रही थीं.
हम सब उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं. इस दुःख की घड़ी में सिंहदेव परिवार के साथ हम सब हैं.
यह हमारी…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 15, 2024
महिला सशक्तिकरण व वृद्धाश्रमों को उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान रहा
सरगुजा व धरमजयगढ़ राजपरिवार से ताल्लुकात होने के कारण स्वर्गीय इंदिरा सिंह देव ग्रामीण क्षेत्र में बेबी राज के नाम से लोकप्रिय थीं. आदिवासी बाहुल्य सरगुजा के महिलाओं को समाज की मुख्य धारा जोड़ने के लिए इन्होंने समय पर न सिर्फ ग्रामीण महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया बल्कि उन्हें आर्थिक एवं सामाजिक सहायता भी उपलब्ध कराने में हमेशा आगे रही है. अंबिकापुर सहित सरगुजा जिले में संचालित होने वाले वृद्ध आश्रमों में स्वर्गीय इंदिरा सिंह देव हर तरह से मदद करने के लिए आगे रहती थी.
जानवरों से काफी लगाव था
सरगुजा राज परिवार के करीबी लोगों की माने तो स्वर्गीय इंदिरा सिंह देव जितना प्यार जंगल, पहाड़, नदियों से करती थी उतना ही जानवरों से भी उनका लगाव था. इन्होंने अपने जीवन काल में दर्जनों ऊंचे नस्ल के श्वान (कुत्ता) पालें हैं जाकि आज भी इनके निवास में देखें जा सकते हैं. पालतू कुत्तों से इनका इतना लगाव था कि ये हमेशा ही इनसे घिरी रहती थी.
पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव के राजनीतिक सलाहकार भी थी
राजपरिवार के बेहद करीबी लोगों की माने तो स्व. इंद्र सिंह देव एक कुशल व्यवसायी के साथ साथ राजनीति के काफी जानकारी भी थे. यही कारण है कि राजनीति में अक्सर उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव उनसे सलाह मशवरा मशवरा कर के ही कदम आगे बढ़ते थे. स्वभाव से काफी नरम व कम बोलने के कारण स्वर्गीय इंदिरा सिंह देव कुछ ही मौके पर ही बोलते दिखाई पड़ती थे खाली समय पर ये किताबे पढ़ते समय बिताती थी.
कैंसर से थीं पीड़ित
प्राप्त जानकारी के अनुसार टीएस सिंह देव की पत्नी इंदिरा सिंह देव लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रही थीं. दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में उनका इलाज कराया लेकिन वे बच नहीं सकी. बीते 13 जून को उनको मुंबई से अम्बिकापुर एयर एम्बुलेंस के जरिए लाया गया था, जहां आज उनका निधन हो गया.