• अंतराज्यीय नशीली दवाईयो के सप्लाई चैन पर राजस्थान के कोटा, बुन्दी जयपुर में दुर्ग पुलिस द्वारा छापेमारी की कार्यवाही की गई।
• अंतराष्ट्रीय मार्केट में भी थी सप्लाई, डार्क वेब के माध्यम से जुड़े थे आरोपी
• वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग के द्वारा विशेष टीम गठित कर राजस्थान में की गयी कार्यवाही।
दुर्ग : छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सूखे नशे के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अभिषेक झा के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा एनडीपीएस के हर एक अपराध में पूरी चैन को गिरफ्तारी की जो मुहीम चलाई जा रही है जिसके अंतर्गत दुर्ग जिले के थाना मोहन नगर के अपराध कमांक 520/ 520/2023 8, 22(ग), 27 (क) नारकोटिक एक्ट में विवेचना एवं राजस्थान जाकर आरोपी के पता साजी हेतु नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग मणिशंकर चन्द्रा के नेतृत्व में प्रशिक्षु उपपुलिस अधीक्षक सुश्री आकांक्षा पाण्डेय तथा निरीक्षक विजय यादव, थाना प्रभारी मोहन नगर, उपनिरीक्षक चेतन चन्द्राकर चौकी प्रभारी जेवरा सिरसा, प्रधान आरक्षक जावेद खान, आरक्षक कांती शर्मा, आरक्षक गौरसिंग राजपुत की विशेष टीम भेजी गयी थी जिनके द्वारा राजस्थान के बुन्दी में बॉयोलैब रेमेडिस के संचालक अंकुश पालीवाल द्वारा पूरे देश के विभिन्न राज्यों में तथा अंतराष्ट्रीय
मार्केट बांग्लादेश में ऑनलाईन माध्यम से फर्जी कम्पनियों को नशीली दवाईयाँ सप्लाई किया जाता था, जिसको गिरफ्तार किया गया तथा अंकुश पालीवाल द्वारा अवैध रूप से जमा किये गये प्रतिबंधित नशीली टेबलेट और सिरप जप्त किया गया। जिसका अवैध
मार्केट में रेट 1,60,44,000रू (एक करोड़ साठ लाख चवालीस हजार रूपये) है। सूखे नशे
के खिलाफ छ०ग० के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही दुर्ग पुलिस द्वारा किया गया।