ग्रेटर नोएडा। देवला गांव में दो दिनों से लापता 2 साल की बच्ची का शव पड़ोसी के कमरे में बैग के अंदर मिला। शव को लैपटॉप बैग में भरकर टांगा गया था। जब परिजनों दुर्गंध आने पर पड़ोसी के घर पहुंचे तो बैग से खून टपक रहा था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। परिजनों का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाला व्यक्ति सुबह तक बच्ची को तलाश करने में उनकी मदद कर रहा था। जैसे ही कमरे से बदबू आने की बात शुरू हुई आरोपी फरार हो गया।
मूलरूप से चंदौली निवासी दंपती ग्रेटर नोएडा के देवला गांव में किराये पर रहते हैं। 7 अप्रैल को बच्ची के पिता ड्यूटी गए थे। मां अपनी दो साल की बेटी और 7 महीने के बेटे को घर में छोड़ कर बाजार गई थी। उसी दौरान बच्ची संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। बाजार से लौटने के बाद जब बच्ची नजर नहीं आई तो मां ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। रात 11 बजे सूरजपुर पुलिस चौकी में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। परिजन बच्ची की तलाश करते रहे।
इधर, रविवार सुबह पड़ोसी राघवेंद्र मूलनिवासी बलिया के कमरे से बदबू आने लगी। जब परिजन और अन्य लोग वहां पहुंचे तो देखा कि एक लैपटॉप बैग दीवार पर टंगा है। उससे काफी बदबू आ रही थी। बैक के चारों तरफ मक्खियां थी और नीचे खून टपक रहा था। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बैग खोल कर बच्ची का शव बरामद किया। जिसके बाद बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं मामले में आरोपी राघवेंद्र फरार है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही हत्या की वजह साफ हो पाएगी।