सुकमा/दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में सुकमा और दंतेवाड़ा पुलिस ने ऑपरेशन मानसून के तहत नक्सलियों के खिलाफ एक संयुक्त स्पेशल अभियान लॉन्च किया। दोनों जिले की पुलिस फोर्स नक्सलियों के कोर इलाके में घुसी। 2 अलग-अलग जगहों पर पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद जवानों ने नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया। मुठभेड़ में नक्सली बच निकले। वहीं जवानों ने विस्फोटक, IED समेत भारी मात्रा में सामान बरामद किया है। ऑपरेशन को सफल बनाकर 3 दिन बाद जवान लौट आए हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के सरल इलाकों में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। दंतेवाड़ा और सुकमा पुलिस की संयुक्त पार्टी नक्सल ऑपरेशन पर निकली डीआईजी और एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवान गोगुंडा, सिमेल, तुम्मापाड़, गट्टापाड़ और तोयापारा की पहाड़ियों पर सर्चिंग के लिए निकले। ये इलाका नक्सलियों का सेफ जोन था।
10 जुलाई को सुकमा DRG की पार्टी सर्चिंग करते हुए सिमेल की पहाड़ी के पास पहुंची थी। जहां मलांगीर एरिया कमेटी के लगभग 30-40 सशस्त्र नक्सलियों की मौजूदगी थी। जैसे ही डीआरजी के जवान मौके पर पहुंचे तो नक्सलियों ने जवानों को देख फायरिंग कर दी। दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई, हालांकि बारिश और घने जंगल का फायदा उठाकर माओवादी भाग निकले इसके बाद जवानों ने इलाके की सर्चिंग की। फिर आगे बढ़ते गए।
दंतेवाड़ा की DRG और STF की टीम सिमेल-तुम्मापाड़ की पहाड़ में सर्चिंग की। यहां पर करीब 80 नक्सली मौजूद थे। जवानों की यहां भी नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। लेकिन, नक्सली भाग निकले। जवानों ने नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया। मौके से नक्सली वर्दी, पिट्ठू, बर्तन, सोलर प्लेट, पॉलीथिन, बड़े-बड़े जर्किन, दवाईयां ,IED और भारी मात्रा में दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया गया।
4 IED किए डिफ्यूज
जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से नक्सलियों ने गोगुंडा में IED प्लांट कर रखी हुई थी। 50 मीटर के दायरे में अलग-अलग जगहों पर नक्सलियों ने 4 IED प्लांट की थी। सर्चिंग कर रहे जवानों ने IED बरामद की। फिर बम निरोधक दस्ता की टीम ने IED को डिफ्यूज किया।