नई दिल्ली/रायपुर। मिशन 2023: छत्तीसगढ़ में नवंबर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के पार्टी मुख्यालय में दिनभर चली बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को राज्य का पहला डिप्टी सीएम बना दिया गया। कैबिनेट में सिंहदेव को नई जिम्मेदारी मिलने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि संगठन में भी जिम्मेदारी बांटी जा सकती है। सूत्रों की माने तो पीसीसी में मोहन मरकाम के अलावा दो कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं।
कार्यकारी अध्यक्ष में प्रदेश के खाद्य मंत्री व सीतापुर विधायक अमरजीत भगत और पूर्व मंत्री और अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू का नाम की चर्चा है। बता दें कि धनेंद्र साहू छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह सरकार तथा राज्य बनने के बाद अजीत जोगी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और एआईसीसी के भी सदस्य हैं। वहीं मंत्री अमरजीत भगत का सीएम भूपेश बघेल के करीबी हैं। इनके अलावा एक महिला कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस के आलाकमान का यह फैसला विधानसभा चुनाव में गुटीय राजनीति को बैलेंस करने के लिए लिया जा सकता है। बता दें कि हाल ही में बीजेपी ने साहू समाज के अरुण साव को बीजेपी का प्रदश अध्यक्ष बनाया है। जिसके बाद साहू समाज में बीजेपी की पैठ बढ़ती दिख रही है। इसी वजह से धनेंद्र साहू का नाम की चर्चा कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की हो रही है। कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस प्रदेश में डैमेज कंट्रोल करना चाहती है।
इसके अलावा मंत्री अमरजीत भगत का सीएम भूपेश बघेल के करीबी होने के साथ आदिवासी समाज के बड़े नेता हैं। भगत के जरिए पार्टी का इरादा कांग्रेस के वोट बैंक को अगले चुनाव तक जोड़े रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को केवल सरगुजा तक सीमित नहीं रखना चाहती बल्कि उनका उपयोग पूरे 90 विधानसभा सीटों पर करना चाहती है। यहीं वजह है कि प्रदेश कांग्रेस में दो नए कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है।
बता दें कि आज कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की घोषणा की जा सकती है।