रायपुर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के संकेत दिए हैं।
संगठन के मुखिया अमित जोगी ने 2 अप्रैल को किए गए ट्वीट में लिखा है कि मेरे लिए मेरी मां का स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ की सत्ता से कहीं ज्यादा सर्वोपरि है। जब तक वह पूरी तरह ठीक नहीं हो जाती। तब तक मैं उनके साथ साये की तरह रहूंगा
अमित जोगी ने अपने ट्वीट में इस बात का भी जिक्र किया कि पापा के आखिरी क्षणों में मैं उनके साथ नहीं रह सका। इस गलती को मैं मम्मी के साथ नहीं दोहरा सकता। मेरा प्रथम उद्देश्य मम्मी का स्वस्थ होना है। बाकी सब राजनीति करने के लिए पूरी उम्र पड़ी है।
अमित जोगी के इस ट्वीट को छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़े उलटफेर के रूप में देखा जा रहा है। जोगी परिवार के चुनावी मैदान में दूर रहने के फैसले ने सबको चौका दिया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में जकांछ ने तीसरे मोर्चे के रूप में बड़ी भूमिका निभाई थी।
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी का भी रिश्ता राजनीति से रहा है। वर्ष 2018 के चुनाव में अजीत जोगी ने मरवाही से चुनाव जीता था, वहीं उनकी पत्नी रेणु जोगी कोटा से विधायक हैं।
इसके साथ ही पार्टी के धरमजीत सिंह लोरमी से विधायक हैं। साथ ही बलौदाबाजार से प्रमोद कुमार शर्मा ने भी जकांछ से चुनाव जीता है। खैरागढ़ से देवव्रत सिंह भी विजयी रहे थे। जकांछ ने पिछली विधानसभा में पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी।
अमित जोगी के ट्वीट के बाद आप ने तीसरे मोर्चे के रूप में तैयारियां तेज कर दी है। आप ने इससे पहले चुनावी तैयारियों को लेकर पहले से ही प्रदेशभर में पदाधिकारियों की नियुक्तियां कर दी है।
बीते दिनों राष्ट्रीय पदाधिकारियों का छत्तीसगढ़ में जमावड़ा हुआ था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने राजधानी में बड़ी सभा को संबोधित किया था। आप ने 1 अप्रैल से प्रदेश स्तरीय सदस्यता अभियान भी शुरू कर दिया है।