नई दिल्ली। मुस्लिम लीग को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। भाजपा ने अब इसे कांग्रेस के वैचारिक दिवालियेपन का शिकार होने का प्रतीक बताते हुए कटाक्ष किया है कि राहुल जितना अधिक बोलेंगे वह देश के लिए अच्छा होगा। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट कर कहा कि, कभी-कभी हमें लगता है कि वह जितना ज्यादा बोलेंगे देश के लिए अच्छा है.
उन्हें, राजवंश और स्वतंत्रता के बाद की कांग्रेस पार्टी को समझने के लिए। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने इसे कांग्रेस के वैचारिक दिवालियेपन का प्रतीक बताते हुए कहा कि, जिस मुस्लिम लीग के कारण पहली बार किसी देश का बंटवारा मजहब के आधार पर हुआ, जिस मुस्लिम लीग के कारण लाखों निदोर्षों को विस्थापित होना पड़ा, जिस मुस्लिम लीग के कारण हजारों हजार मां- बहन -बेटियों के साथ बलात्कार हुआ, उस मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष कहने का साहस वही कांग्रेस कर सकती है जिसने हजारों निर्दोष सिखों का नरसंहार कराया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, कांग्रेस को हत्यारी मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष लगती है और पीएफआई जैसा प्रतिबंधित संगठन सांस्कृतिक संगठन दिखाई देता है। कांग्रेस के पास धर्मनिपेक्षता का ऐसा स्विमिंग पूल है, जिसमें उतरते ही फुरफुरा शरीफ का पीरजादा अब्बास सिद्दीकी सेक्युलर हो जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि क्या कमाल है कि राहुल गांधी और कांग्रेस को असम का एआईयूडीएफ और उनका सदर बदरुद्दीन अजमल सेक्युलर नजर आता है और महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी उसके साथ आते ही सेक्युलर हो जाती है। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिस मुस्लिम लीग की स्थापना बीसवीं सदी के प्रथम दशक में ब्रिटिश हुकूमत की सेवा के लिए हुई, जिस मुस्लिम लीग ने डायरेक्ट एक्शन को अंजाम देकर जिन्ना के एक निर्देश पर हजारों हिंदुओं का नरसंहार किया, उसे सेक्युलर साबित करना कांग्रेस की वैचारिक दिवालियेपन का जीवंत प्रमाण है।