पति-पत्नी का रिश्ता हुआ शर्मसार : पूरा मामला जानकर उड़ जाएंगे आपके होश…


रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पत्नी पर अपने पति को प्रताड़ित करने, उसे छोड़ने, और फर्जीवाड़े से पिता की सरकारी नौकरी हथियाने का आरोप लगा है। पति मुकेश तांडी, जो पेशे से ऑटो चालक हैं, का दावा है कि उनकी पत्नी भारती तांडी ने न सिर्फ उनसे झगड़ा किया बल्कि बिना तलाक लिए खुद को अविवाहित बताकर जल विभाग में नौकरी हासिल कर ली।









मुकेश तांडी ने बताया कि उनकी शादी 20 जून 2003 को भारती तांडी से हुई थी। दोनों की कोई संतान नहीं है, लेकिन शुरुआती सालों में उनकी जिंदगी खुशी-खुशी चल रही थी। 2020 से उनके बीच व्यक्तिगत कारणों से झगड़े शुरू हुए। और बार बार अपने मायके चली जाया करती थी। मुकेश का कहना है कि भारती घर नहीं आना चाहती थी, जबकि वह उसे वापस लाना चाहते थे। इस दौरान भारती ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की, लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया।

2022 में भारती के पिता, जो जल विभाग में सरकारी कर्मचारी थे, की बीमारी के बाद मृत्यु हो गई। सरकारी नियमों के मुताबिक, उनके किसी अविवाहित या तलाकशुदा बच्चे को उनकी जगह नौकरी मिल सकती थी। मुकेश का आरोप है कि भारती ने इस मौके का फायदा उठाया। उसने खुद को अविवाहित बताकर और अपने आधार, पेन कार्ड में नाम बदलकर (भारती तांडी से कुमारी क्षत्रिय) जून 2022 में जल विभाग में नौकरी हासिल कर ली।

मुकेश को इसकी जानकारी तब हुई जब वह भारती को मनाने के लिए बार-बार संपर्क कर रहे थे। उन्हें धमकियां मिलीं, और एक बार भारती ने अपने भाई-बहनों के साथ मिलकर मुकेश के घर में घुसकर मारपीट भी की। जब मुकेश ने फैमिली कोर्ट में शिकायत की, तब उन्हें पता चला कि भारती ने अपना नाम बदल लिया है। इसके बाद वह जल विभाग के दफ्तर पहुंचे, जहां उन्हें भारती की नौकरी और फर्जीवाड़े की सच्चाई पता चली।

मुकेश ने जल विभाग, पुलिस, SP कार्यालय, और कोर्ट में शिकायत दर्ज की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है, मेरे साथ धोखा हुआ है। बिना तलाक के उसने फर्जी दस्तावेज बनाए और नौकरी हथिया ली। मैं चाहता था कि हम साथ रहें, लेकिन उसने मुझे धमकाया और मारपीट की।

भारती तांडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि वह पहले से ही मुकेश के साथ नहीं रहना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने तलाक की अर्जी दाखिल की थी। कुछ कारणों से केस रुका हुआ है, लेकिन खत्म नहीं हुआ। नौकरी के बारे में भारती का दावा है कि उन्हें यह पूरी तरह वैध तरीके से मिली है। उन्होंने कहा, “मैंने कोई फर्जीवाड़ा नहीं किया। नौकरी मेरे पिता की जगह पर नियमों के तहत मिली है।” हालांकि, उन्होंने दस्तावेजों में नाम बदलने और तलाक की स्थिति पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *