मध्यप्रदेश / पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चेयरमैन एवं प्रदेश के ऊर्जा सचिव रघुराज एम. आर. की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग शुक्रवार को हुई। इसमें कंपनी क्षेत्र के आउट सोर्स पर कार्यरत होकर पोल पर चढ़कर कार्य करने वाले आईटीआई उत्तीर्ण 1575 कार्मिकों को एक हजार रुपए जोखिम भत्ता मंजूर किया गया। मीटिंग में बताया गया कि मीटराइजेशन गुणवत्तापूर्ण करने से उपभोक्ता संतुष्टि में बढ़ोत्तरी हो रही है।
वर्चुअली मौजूद रघुराज एम.आर. ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को ऑन लाइन सेवाएँ ज्यादा से ज्यादा दी जाएँ। नए कनेक्शन के इच्छुक लोगों को कनेक्शन भी ऑन लाइन दिए जाए, उनके आधार बेस्ट डिजिटल सिग्नेचर लेकर भी नियमानुसार कनेक्शन दिया जा सकता है। इससे समय बचेगा, तकनीक के उपयोग से उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि होगी।
मीटिंग में प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने उपभोक्ता सेवाओं, लाइन ल़ॉस में कमी लाने के लिए किए जा रहे प्रयास, आरडीएसएस, राजस्व संग्रहण में वृद्धि की योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में उज्जैन के संभागायुक्त संदीप यादव, आईआईटी इंदौर की डॉ. अरूणा यादव, आईआईएम इंदौर के डॉ. प्रशांत सलवान, एसजीएसआईटीएस इंदौर के डॉ. राकेश सक्सैना, पुनीत दुबे और कंपनी सचिव आराधना कुलकर्णी ने भी विचार व्यक्त किये।