ट्रिपल मर्डर: भाई की इश्कबाजी से बौखलाया भाई बना कातिल, प्रेमिका, उसकी मां और भाई को कर दिया खत्म


बलरामपुर :-  ट्रिपल मर्डर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। लड़की के प्रेमी के बड़े भाई ने तीनों की हत्या की है। पहले तीनों को घर से भगाया गया और फिर रात के वक्त तीनों पर कुल्हाड़ी से वारकर वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बलरामपुर में लव अफेयर में मुख्तार अंसारी नाम के आरोपी ने ही लापता मां-बेटी और बेटे की हत्या की थी।जानकारी मिली है कि मुख्तार के भाई आरिफ का नाबालिग लड़की मुस्कान से प्रेम संबंध था।


आरिफ इस प्यार के चक्कर में अपने घर पैसे नहीं भेजता था। जिसके बाद नाराज होकर अपने भाई की प्रेमिका, उसकी मां और भाई की हत्या कर दी। हत्या के लिए तीनों को गांव से 80 किलोमीटर दूर ले जाकर मारा गया है। इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगा  है। एसपी ने इस मामले में थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया है। कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल पर कार्रवाई की गई है। जितेंद्र जायसवाल को पुलिस लाइन बलरामपुर अटैच किया गया है।

आपको बता दें कि शुक्रवार को बंद पड़े फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट से लगे खेत में 3 नर कंकाल मिले थे। देर शाम तीनों की पहचान कुसमी से 27 सितंबर से लापता सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (36), बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान ठाकुर (17) और बेटा मिंटू ठाकुर (6) के रूप में हुई।पुलिस को जांच में पता चला है कि घटना करने वाला आरोपी मुख्तार है। मुख्तार का छोटा भाई आरिफ अंसारी कुसमी में रहकर ठेकेदारी का काम करता है। आरिफ काफी पैसा कमाता था, लेकिन घर पर वो बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता था, यहां तक की पिता के इलाज में भी सहयोग नहीं करता था। जिससे मुख्तार अंसारी नाराज था। इसी को लेकर मुस्कान और उसके परिवार को मारने की साजिश रची।

आशंक है कि मुख्तार अंसारी ने अपने भाई की प्रेमिका मुस्कान, उसकी मां कौशल्या ठाकुर और भाई मिंटू ठाकुर को बहाने से कुसमी से बलरामपुर लेकर गया। दहेजवार में जहां कंकाल मिले हैं, उसके पास ही झोपड़ीनुमा घर है। तीनों को वहां रखा। रात में तीनों जब सो गए तो कुल्हाड़ी से सिर और माथे पर कई वार किए। तीनों को रात में ही मारा और लाश को पानी भरे खाली खेत में बने नाले में फेंक आया। शव गलकर बहते भी रहे। इस कारण बदबू ज्यादा नहीं फैली। जानकारी के मुताबिक तीनों के गायब होने की सूचना सूरजदेव ठाकुर ने कुसमी थाने सहित मुख्यमंत्री के नाम पर भी दिया था। बावजूद पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। आरिफ से पूछताछ में उसने पुलिस को बताया था कि उसका भाई मुख्तार अंसारी तीनों को लेकर गया है। मुख्तार से भी पूछताछ हुई, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सकी।


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