कांग्रेसियों द्वारा शराब दुकान खुलने का विरोध करना उनके मानसिक दिवालयेपन को दर्शाता है-हर्षा


जनता सक्षम, दोगले कांग्रेसियों की आवश्यकता नही


जिला पंचायत दुर्ग की सदस्य हर्षा लोकमनी चंद्राकर ने एक विज्ञप्ति जारी कर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि पांच साल तक सरकार में रहकर गली गली में अवैध शराब बिकवाने वाले अब वर्तमान सरकार द्वारा पाटन में खोला जा रहा वैध शराब दुकान पर राजनीति करने अपने कार्यकर्ताओं को भेजकर कर खुलने वाले वैध शराब दुकानों का विरोध करवा रहे है। वैध अवैध शराब दुकान की बात करने वाले भूपेश बघेल और उनके चमचों को आड़े हाथों लेते हुवे कहा की गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले कांग्रेसियों के मुंह से ये बातें शोभा नही देती जिनके आका भूपेश बघेल ने अपनी सत्ता रहते पूरे पांच साल तक नकली होलो ग्राम लगवाकर शासकीय शराब दुकानों से ही आधी सरकारी और आधी अवैध शराब बिकवाकर ना सिर्फ अपनी तिजोरियां भरी अपितु छत्तीसगढ़ के खजाने को खूब लुटा और छत्तीसगढ़ीयों के साथ गद्दारी की जिसकी पूरी जांच अभी बाकी है।

श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने आरोप लगाया है कि ये वही भुपेश बघेल (तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष) है जिन्होंने 2018 चुनाव के पूर्व अपने घोषणापत्र में पूर्ण शराबबंदी के वादा किया था परंतु जैसे ही इनकी सरकार बनी जनता से किये वादे को भूल गए, जनता के साथ भयकर विश्वासघात किये। ये कांग्रेसी भूल गए है कि अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में कॅरोना काल मे लॉकडाउन के समय जब पूरे आसपास की सारी शराब दुकाने बंद थी तब इकलौता पाटन क्षेत्र की जामगांव एम की शराब दुकान खुली थी जंहा पर प्रतिदिन लगभग दस हजार की भीड़ हुआ करती थी तब क्या इन कांग्रेसियों के आंख में पट्टी बंधी थी या इनको दिनौंधि हो गई थी। और जब हमने तत्कालीन समय मे इस शराब दुकान को बंद करने के लिए धरना कर विरोध किये तो तत्कालीन मुख्यमंत्री एव कांग्रेसियों ने मिलकर मेरे साथ मेरे अन्य 13 साथियों के ऊपर फर्जी रूप से धकैती का धारा लगवाया तब ये कांग्रेसी क्या कान में रुई डालकर सोये थे तब इन कांग्रेसियों ने अपने आका का क्यो विरोध नही किया कि एक महिला जो सम्मानित जनप्रतिनिधि है जो कि दुकान के आसपास कंही है ही नही वो कैसे शराब की डकैती कर सकती है।

श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने आगे कहा कि पुर्ण शराबबंदी का वादा करने वाले कांग्रेसी उस समय कँहा थे जब कॅरोना काल मे इनकी सरकार ने आनलाइन शराब बेचकर घर घर शराब पहुंचाने का काम कर रही थी। ये उस समय कँहा थे जब सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में सैकड़ों की संख्या में प्रीमियम शराब की दुकान खोल रही थी। इन्ही वादाखिलाफी के कारण जब जनता ने इनकी सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया तब इनकी नींद खुली क्या अब इनकी कान से रुई निकली और अब जनता को बरगलाकर ओछी राजनीति करने लग गए है। जनता में इतनी पावर है कि वो खुद ही अपने हर समस्या का हल करने में सक्षम है उन्हें कांग्रेसियों की तरह दोगलो की आवश्यकता नही है इन मामलों में कांग्रेसी राजनीति न करें। भाजपा सरकार एव दुर्ग सांसद विजय बघेल के प्रयास ने जिस प्रकार से अमलेश्वर में खुलने वाले शराब दुकान को बंद करवा कर हल निकाल दिया है, वैसे ही असोगा में खुलने वाले शराब दुकान का भी हल निकाल ही लेंगे।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *