मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय


दुर्ग, 04 सितंबर 2024/ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी और जिला सर्वेलेंस अधिकारी डॉ. सी.बी.एस. बंजारे ने मंकीपॉक्स क्या हैै और इससे बचने के उपाय संबंधी सुझाव दिये हैं। उन्होंने जिले में मंकीपॉक्स संक्रमण से संबंधित भारत सरकार द्वारा जारी किये गये दिशानिर्देश का पालन करने लोगों से अपील की है।


मंकीपॉक्स क्या हैः-
चिकित्सों के अनुसार मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक डिसीस है, जो कि प्रमुखतः अफ्रीका के मध्य व पश्चिम भाग में पाये जाते हैं। बुखार, सरदर्द, शरीर में दर्द, कमजोरी लगना, लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण पाये जाते हैं। पंकी पॉक्स एक स्व-सीमित संक्रमण है, जिसके लक्षण सामान्यतः 2 से 4 सप्ताह में समाप्त हो जाते हैं। मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण मुख्य रूप से बड़ी श्वसन बंूदे के माध्यम से संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों को होता है।

क्या करें:-
लक्षण आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों से संपर्क करें व सलाह लें। संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित होने से बचाव के लिए खुद को घर पर आईसोलेट करके रखे। नियमित तौर से साबुन व पानी से हाथों को धोंये विशेषकर चकते को छूने उपरांत।

क्या न करें:-
फफोलों या घाव को न फोड़े, ऐसा करने से दाने शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है और घाव को संक्रमित कर सकता है। फफोलों या घाव वाले क्षेत्रों को तब तक सेव न करें जब तक की फफोलों की पपड़ी ठीक न हो जाये और उसके नीचे नयी त्वचा न आ जाये।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *