दुर्ग ज़िला कुंभकार समाज के वार्षिक अधिवेशन कार्यक्रम में शामिल हुए विधायक और सांसद


कुंभकार समाज का हमारे समाजिक संस्कारों में महत्वपूर्ण योगदान है….
दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर


कुम्हार समाज का गौरवशाली इतिहास है…

दुर्ग सांसद  विजय बघेल जी

दुर्ग//दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बैकुंठ धाम नेवईभाठा में आयोजित दुर्ग ज़िला के कुंभकार समाज के वार्षिक अधिवेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में दुर्ग सांसद श्री विजय बघेल जी अध्यक्षता  महेश भंवरे (अध्यक्ष दुर्ग जिला कुम्भकार समाज)
विषेशअतिथि  ललित चन्द्राकर (विधायक दुर्ग ग्रामीण)
शत्रुघन धनकर जी (संवक प्रा.है.याम मं.वि.स. नेवई मोदा) भागवत बुंदेला (अप्ठव प्रा.बे. वाम मं.वि.स. नेवई मोव
मान. .राजमहंत डोमनलाल कोर्सेवाड़ा (विधायक अहीवारा)
रिसाली नगर निगम महापौर शशि सिन्हा
दुर्ग ज़िला भाजपा अध्यक्ष  जितेन्द्र वर्मा जी पूर्व ज़िला सहकारी बैंक अध्यक्ष  प्रीतपाल बेल चंदन
ज़िला महामंत्री सुरेन्द्र कौशिक
सांसद प्रतिनिधी पप्पू चंद्राकर
रिसाली मंडल अध्यक्ष  शैलेन्द्र शेंडे जी महामंत्री राजू जांघेंल जी रिसाली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष शैलेंद्र शेंडे जी पार्षद  नवीन ममता सिन्हा जी
तरुण प्रजापति (प्रदेश अध्यक्ष ) कुंभकार समाज) हेमलाल कौशिक जी महामंत्री कुंभकार समाज) रगलीराम कुंभकार ( अ.भा.प्र.महा संघ)मुरली कुम्भकर (अ.भा.प्र.मध्य संघ)बालम सिंह चक्रधारी
(पूर्व अध्यक्ष माटीकला बोर्ड)सारिका मेहर (अ.भा.प्र.महा संघ) पंचराम कुम्भकार (पूर्व जिला अध्यक्ष दुर्ग) नेतराम निषाद परमेश्वर देवदास (पार्षद वार्ड 33 नेवई)(पूर्व उपाध्यक्ष धागा सहकारी समिति महासंघ ). राधे बारले (पद्‌मश्री लोक कला पंथी नृत्य) गोविन्द चतुर्वेदी जी (पार्षद 32 नेवई भाठा, चन्द्रप्रकाश सिंह केशव बन्छोर (सभापति न.पं. निगम रिसाली)
सोनिया देवांगन (पार्षद) विनय नेताम (पार्षद) गजेंद्री कोठरी (पार्षद) श्रीमती रेखा देवी (पार्षद ) श्री अजीत चौधरी जी श्री अशपुरण जी श्री विक्की सोनी जी श्री पुनम सपहा जी श्री अनुपम साहू जी श्री नरेन्द्र निर्मल जी शामिल हुए …

इस अवसर पर विधायक ललित चंद्राकर जी ने कहा…
कुंभकार समाज का हमारे समाजिक संस्कारों में महत्वपूर्ण योगदान है कोई भी संस्कार, वैवाहिक कार्य एवम पारिवारिक कार्य इस समाज के योगदान बिना पूरा नहीं किया जा सकता है। मेहनतकश कुंभकार समाज का हमारे समाजिक कार्यों में योगदान युगों से चला आ रहा है इसके बावजूद भी आज कुंभकार समाज अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
विधायक ने कहा की इस प्रतिस्पर्धा के युग में कुंभकार समाज का व्यवसाय प्रभावित हुआ है पहले लोग मिट्टी के के बर्तन का अधिक उपयोग करते थे ।लेकिन आज आधुनिकता के दौर में स्टील , जर्मन, प्लास्टिक के बर्तन का उपयोग अधिक हो रहा है इस सुन्दर वस्तुओं की बिक्री हाथो हाथ हो जाती हैं इस प्रतिस्पर्धा से में कुंभकार समाज को टिकना होगा ।प्रदेश में माननीय श्री विष्णुदेव जी की सरकार समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं।

इस अवसर पर दुर्ग सांसद विजय बघेल जी ने कहा…
कुम्हार समाज का है गौरवशाली इतिहास : है मोहनजोदड़ो- हड़प्पा की खोदाई में मिले अवशेष कुंभकार समाज के गौरवशाली इतिहास का बखूबी बखान करते हैं। सृजन करने वाले कुम्हार समाज ही है। स्वालंबन का संदेश देनेवाला कोई समाज है तो वो कुंभकार समाज है जो मिट्टी से जुड़कर मिट्टी से स्व निर्मित वस्तु बना कर स्वयं का स्वरोजगार अपना कर अपना जीवन यापन करता है और स्वलंबी बनने के लिए प्रेरित करता है।


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