गरियाबंद। गरियाबंद के फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र के ग्राम गनियारी में सोमवार तड़के सुबह तेंदुआ का नन्हा शावक दिखने से ग्रामीण काफी रोमांच में थे। सूचना पर पहुंचे वन अमला दिनभर नन्हें शावक के देखभाल में जुटा रहा बताया जा रहा है कि देर रात मादा तेंदआ नन्हें शावक को अपने साथ ले गया।
गनियारी ग्राम के समीप लगे जंगल मे सोमवार की सुबह ग्रामीण रोजगार गारंटी में कार्य करने में लगे थे, मौके पर मजदूरो ने तेंदुआ के नन्हें शावक को देखा। जैसे ही यह खबर गांव में फैली नन्हा शावक लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया, बचपन चाहे इंसानों का हो या पशु पक्षियों का बाल्यवस्था सभी में आकर्षण का एक केंद्र होता है। एक तरफ नन्हें शावक को देखने की ललक वहीं दूसरी तरफ मादा तेंदुआ की आहट से अपने संग भय भी लिए हुए था, जिसपर संज्ञान लेते हुए किसी अनहोनी घटना घटित होने के पहले ही मौके पर वन अमला पहुंचते ही नन्हे शावक की सुरक्षा में जुट गया वहीं आसपास मादा तेंदुआ होने की संभावना को देखते हुए गांव में सजक्ता बरतने के निर्देश भी दे दिया गया था।
एसडीओ फारेस्ट गरियाबंद उदय सिंह ठाकुर ने छत्तीसगढ़ क्राइम्स से बात करते हुए बताया कि मादा तेंदआ के आसपास होने की आशंका के मद्देनजर रखते हुए ग्रामीणों को हिदायत दी गई थी तथा नन्हें शावक की सुरक्षा के एहतियात में विभाग द्वारा जंगल सफारी से डॉक्टरों को भी बुलाया गया था ताकि नन्हें शावक का देखभाल और उसके खाने पीने का सही ढंग से ध्यान रखा जा सके। श्री ठाकुर ने बताया की नन्हें शावक के सुरक्षा के लिए वन प्रबंधन समिति के साथ वन अमला दिनभर लगा रहा तथा शाम को टीम की निगरानी में नन्हे शावक को जंगल मे छोड़ दिया गया था, देर शाम मादा तेंदुआ अपने नन्हें शावक को अपने साथ लेकर चली गई। श्री ठाकुर ने कहा कि मादा तेंदुआ के साथ नन्हें शावक के चले जाने से मौजूद सभी लोगों ने सुखद अनुभूति की।