रायपुर :- छत्तीसगढ़ में हुए 540 करोड़ रूपये के अवैध कोल लेवी मामले में EOW ने 2 कारोबारी भाईयों को अरेस्ट किया है। ईओडब्लू की टीम ने कोरबा में रहने वाले चंद्रप्रकाश जायसवाल और बिलासपुर के हेमंत जायसवाल को एक दिन पहले अरेस्ट किया था।
जिन्हे आज रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों आरोपियों को 20 जून तक पुलिस रिमांड पर EOW को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कोल परिवहन के नाम पर 540 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया था। कोल परिवहन के नाम पर हुए अवैध कोल लेवी मामले में ईडी ने पहले ही आईएएस अफसरों के साथ ही पूर्व सीएम की उप-सचिव सौम्या चैरसिया और कोयला कारोबारियों को अरेस्ट कर चुकी है। मौजूदा वक्त में उक्त 540 करोड़ रूपये के इस कोल लेवी घोटाले की जांच ईओडब्लू कर रही है।
EOW की टीम ने एक बार फिर जांच को बढ़ाते हुए करोड़ों रूपये की इस अवैध वसूली के मामले में लिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। एक दिन पहले ही 13 जून को EOW की टीम ने बिलासपुर के कारोबारी हेमंत जायसवाल और कोरबा से चंद्रप्रकाश जायसवाल को गिरफ्तार किया गया। EOW ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि दोनों आरोपियों के द्वारा कोल लेवी के पैसों का कलेक्शन किया जाता था।
जिसके साक्ष्य मिलने के बाद दोनों की गिरफ्तारी कर उन्हे आज रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपियों को कोर्ट ने आगामी 20 जून तक पुलिस रिमांड पर ईओडब्लू को पूछताछ के लिए सौंपा है। EOW का दावा है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी कई चैकाने वाले खुलासे हो सकते है। वहीं बताया जा रहा है कि EOW के हत्थे चढ़े दोनों कारोबारी रिश्ते मेें भाई है।