प्रतियोगी परीक्षाओं में ‘प्रयास’ के बच्चों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दें : रामविचार नेताम


रायपुर । आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक विकास मंत्री रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ के गरीब और कमजोर तबकों के बच्चों के विकास को ध्यान में रखते हुए प्रयास आवासीय विद्यालय को अधिक प्रभावी बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रयास विद्यालयों का प्रमुख उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों की सफलता सुनिश्चित करना है। इसके लिए बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भागीदारी बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाए।


मंत्री नेताम ने मंत्रालय महानदी भवन में प्रयास आवासीय विद्यालयों और एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि इन विद्यालयों में शिक्षा का बेहतर वातावरण तैयार करने के साथ-साथ किचन, बेडरूम और बाथरूम को भी स्वच्छ रखा जाए। उन्होंने अपूर्ण अधोसंरचना कार्यों को समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के निर्देश भी दिए।

प्रमुख निर्देश और सुझाव:
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी: बच्चों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को लेकर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि विषय विशेषज्ञ पर्याप्त संख्या में नहीं हैं, तो अतिथि शिक्षकों को नियमानुसार नियुक्त किया जाए।

नियमित निरीक्षण: प्रयास विद्यालयों का हर महीने निरीक्षण किया जाए। मुख्यालय स्तर से अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर चेकलिस्ट के अनुसार विद्यालय का निरीक्षण किया जाए।

स्वच्छता और सुविधाएं: सभी विद्यालयों में भोजन कक्ष, शौचालय, क्लासरूम, शयनकक्ष और परिसर की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाए।

सुरक्षा: विद्यालयों, विशेषकर कन्या विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो। होम गार्ड के जवानों के साथ-साथ मानक सुरक्षा एजेंसियों की सेवा ली जाए।

कैरियर काउंसलिंग और तीरंदाजी प्रशिक्षण: बच्चों के कैरियर काउंसलिंग पर बल दिया जाए। प्रदेश के पांच स्थानों पर तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया।

प्रयास विद्यालय की उपलब्धियां:
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में वर्तमान में 14 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हैं। वर्ष 2024-25 से रायगढ़ जिले में भी एक प्रयास आवासीय विद्यालय प्रारंभ किया जाएगा। शिक्षण सत्र 2023-24 में प्रयास विद्यालयों का 10वीं बोर्ड का परिणाम 99.3 प्रतिशत और 12वीं बोर्ड का 97.22 प्रतिशत रहा। अब तक 116 विद्यार्थी आईआईटी व समकक्ष, 328 एनआईटी व समकक्ष, 940 इंजीनियरिंग कॉलेज और 52 विद्यार्थी एम.बी.बी.एस. के लिए चयनित हुए हैं।

बैठक में सचिव नरेन्द्र कुमार दुग्गा, संचालक टीआरआई पी.एस.एल्मा, वित्त नियंत्रक आनंद तिवारी, कार्यपालन अभियंता त्रिदीप चक्रवर्ती, अपर संचालक संजय गौड़, ए.आर.नवरंग, आर.एस.भोई, उपायुक्त प्रज्ञान सेठ सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

मंत्री नेताम ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा और विकास के अवसर प्रदान करें।


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