दुर्ग, 12 जून। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा विद्युत अधोसंरचना विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देशों के अनुरूप छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के कार्यों में तेजी दिखाई पड़ने लगी है, जिसके तहत आज पाटन जिला दुर्ग में 220/132 के.वी. विद्युत उपकेंद्र तथा 160 एम.वी.ए. का ट्रांसफार्मर प्रबंध निदेशक, पारेषण कंपनी श्री राजेश कुमार शुक्ला द्वारा ऊर्जीकृत किया गया। प्रदेश के ऊर्जा सचिव तथा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद ने इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए अन्य कार्यों को भी अतिशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए है।
पाटन में इस अति उच्चदाब विद्युत उपकेंद्र के ऊर्जीकृत होने से धमतरी, दुर्ग तथा रायपुर जिलों के विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। इस उपकेंद्र से नवनिर्मित 132/33 के.वी. उपकेंद्र अमलेश्वर को विद्युत सप्लाई दी जाएगी एवं भविष्य में 132/33 के.वी. उपकेंद्र अंडा, जामगांव, अर्जुनी, भखारा, भिलाई, रूआबांधा एवं 220/132 के.वी. उपकेंद्र डोमा को भी विद्युत प्रदाय किया जाएगा। इस उपकेंद्र के बनने से इस क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ होगी एवं विद्युत व्यवधान में कमी आएगी। यह अत्यंत महत्वपूर्ण उपकेंद्र होगा। यहाँ से 12 नग फीडर निकलेंगे जो कि रायपुर, भिलाई, दुर्ग, धमतरी जिलों को सुविधा प्रदान करेंगे। इस विद्युत उपकेंद्र के ऊर्जीकृत होने से 209 गांवों, 2 नगर पंचायतों, 2 नगरपालिका निगमों के लगभग 80,000 विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति का लाभ मिलेगा। इस कार्य की लागत 58 करोड़ रुपये से अधिक है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण कंपनी के कार्यपालक निदेशकगण श्री के.एस. मनोटिया, श्री राजेश चंद्र अग्रवाल, श्री एम.एस. चौहान, मुख्य अभियंतागण श्री डी.के. तुली, श्री जी. आनंदराव, श्री अविनाश सोनेकर, श्री ए.के. अंबस्थ, श्री आर.एम. जामुलकर, अतिरिक्त मुख्य अभियंतागण श्रीमती चंद्रकला गिडवानी, श्री वी.के. दीक्षित, अधीक्षण अभियंतागण श्री पी पी सिंह एस.के. लखेरा, श्री मनोज राय तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।