नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके हैं। 1 जून को सातवें चरण के चुनाव हाेना शेष है। इस बीच, अपने चुनाव अभियान के समापन पर पीएम मोदी आज से 1 जून तक कन्याकुमारी का दौरा करेंगे।मालूम हो कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी अंतिम चरण के मतदान के समय पीएम मोदी ने केदारनाथ का दौरा किया था और वहीं रुद्र गुफा में ध्यान भी किया था। उनका यह दौरा उस समय काफी चर्चा में रहा था और आज भी उनकी ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं।भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि अपने आध्यात्मिक प्रवास के लिए कन्याकुमारी में स्थान चुनने का मोदी का निर्णय देश के लिए विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।वह 4 जून को वोटों की गिनती के बाद तीसरी बार सत्ता में लौटने को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होना है। चुनाव के लिए प्रचार अभियान चुनाव से दो दिन पहले समाप्त हो जाता है।
क्या है कन्याकुमारी की आध्यात्मिक अहमियत?
कन्याकुमारी स्वामी विवेकानंद के जीवन में काफी अहम स्थान रखता है, यहां उन्होंने भारत माता का विजन देखा था. यहां का रॉक स्वामी विवेकानंद की जिंदगी का हिस्सा है. लोगों में सारनाथ को लेकर गहरी आस्था है. गौतम बुद्ध के जीवन में इस स्थान का विशेष महत्व है. देश भर में भ्रमण के बाद वो यहीं पहुंचे थे. यहां तीन दिनों तक तपस्या की और विकसित भारत का सपना देखा. अब प्रधानमंत्री मोदी ने उसी स्थान पर ध्यान करना और स्वामी विवेकानंद के विकसित भारत को साकार करने की प्रतिबद्धता दिखाई है.
राष्ट्रपति मुर्मु भी यहां आ चुकीं
पिछले साल मार्च में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी विवेकानंद रॉक मेमोरियल का दौरा किया था। वे उस समय केरल, लक्ष्यद्वीप और तमिलनाडु के छह दिवसीय दौरे पर थीं। उन्होंने इस दौरे को एक यादगार अनुभव बताया था।