रायपुर। CG BREAKING : बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय के भाजपा से इस्तीफे के बाद राजनीतिक सियासत तेज हो गई है, वहीं वरिष्ठ नेता साय के कांग्रेस में शामिल होने के मुद्दों पर सस्पेंस जारी है। साय दिल्ली से लौटने के बाद सीधे कांग्रेस भवन जा सकते हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की मौजूदगी में वो कांग्रेस में शामिल होंगे। कयासों के बीच नंदकुमार साय के इस्तीफे वाले वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है। उन्होंने फेसबुक पर चंद पंक्तियों के बीच अपनी बातों को रखा है।
नंदकुमार साय ने लिखा है.. जन-सेवा ही धर्म है मेरा, यही कर्म यही अभिमान है, सौगंध है छत्तीसगढ़ महतारी की, सेवा करूंगा जब तक प्राण है।
इस पर मामले पर CM भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने ट्वीट कर पीएम मोदी के मन की बात पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि आज नंद कुमार साय ने अपने मन की बात कह दी है। इसके साथ ही आदिवासियों के “मन की बात” भी कह दी। इसके साथ ही CM ने ‘आदिवासी विरोधी भाजपा’ कहकर टैग किया है। बता दें कि आज ही पीएम मोदी के मन की बात की 100वीं कड़ का प्रसारण था और आज ही नंद कुमार साय ने पार्टी पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है।
इधर पूर्व सांसद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय के इस्तीफा देने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। पूर्व CM रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, प्रदेश संगठन महामंत्री समेत कई नेता कार्यलय पहुंच गए हैं।
इस दौरान अरुण साव ने मीडिया से चर्चा में कहा है कि वे पार्टी के वरिष्ट नेता हैं, उनसे हम बातचीत करेंगे, कोई गलत फहमी हुई है तो हम उनसे बातचीत करेंगे। वे हमारे पार्टी के बहुत वरिष्ट नेता हैं, उन्होंने पार्टी में बहुत लंबे समय तक काम किया है, हम उनसे संपर्क करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं लेकिन अभी संपर्क नहीं हुआ है। उनका इस्तीफा आया है अभी हम उनसे बातचीत के बाद मनाने की पूरी कोशिश करेंगे। पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी यही बात कही है कि अगर कुछ गलतफहमी हुई है तो हम उसे ठीक करने की कोशिश करेंगे।
इधर रमन सिंह ने कहा कि – मेरी उनसे काफी दिनों से बातचीत नहीं हुई थी, बैठकों में चर्चा होती थी। उन्होंने कभी ऐसी नाराजगी जाहिर नहीं की थी। उनका इस्तीफा आया है, पार्टी के सीनियर लीडर बात करेंगे। उनसे संपर्क करने की कोशिश की गयी है, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वो पार्टी के वरिष्ठ नेता है, उनसे बातचीत कर जो कुछ बातें हैं वो दूर कर ली जाएगी।
पत्र लिखकर कही थी यह बात
नंदकुमार साय ने इस संबंध में राज्य के भाजपा अध्यक्ष अरुण साव को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देने की बात कही है। साय ने पत्र में लिखा है कि उन्हें पार्टी ने जिन महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सौंपी उसे उन्होंने पूरे समर्पण और कर्तव्यपरायणता के साथ निभाया है।
पार्टी पर लगाया यह आरोप
साय ने यह भी लिखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से उनके विरुद्ध उनकी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा षड्यंत्र , मिथ्या आरोप और अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। इससे वे अत्यंत आहत महसूस कर रहे हैं। साय ने लिखा है कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
साय तीन बार विधायक और तीन बार संसद सदस्य रह चुके हैं। अविभावित मध्य प्रदेश में वे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। साथ ही वे छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य भी रह चुके हैं।