सैय्यदी सुन्नी जामा मस्जिद अहले सुन्नत वल जमाअत कमेटी हन्फीयुल मसलक (आला हज़रत फाज़िले बरेलवी) भिलाई 3 का चुनाव हुआ जिसमें 13 वार्ड की सुन्नी मुस्लिम मतदाता सूची बनाई गई इन्ही मतदाताओं के द्वारा मताधिकार का प्रयोग कर अध्यक्ष का चयन हुआ। चुनाव प्रक्रिया 9 फरवरी 2024 से प्रारंभ हुई इस दिन मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया। सूची में दावाआपत्ती के लिए 10 फरवरी रखा गया। संशोधित व अंतीम सूची का प्रकाशन 11 फरवरी को किया गया। इसी दिन दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक नामांकन फार्म वितरित किया गया। नामांकन फार्म लेने 2 प्रत्याशी मैदान में आये पहला फार्म अनवर अली ने लिया दुसरा फार्म रुसतम खान ने लिया। नामांकन दाखिल करने की तारीख 12 फरवरी को सुनिश्चित किया गया दोनो प्रत्याशी अपने प्रस्तावक व समर्थक के साथ शाम 5 बजे से पहले नामांकन दाखिल किए। 13 फरवरी को नाम वापसी की तारीख तय की गई जिसमें किसी ने नाम वापस नही लिया। अंतीम दो प्रत्याशी का नाम 14 फरवरी को फाइनल कर चस्पा किया गया। इसी दिन दोनो प्रत्याशी के सामने ड्रा व कुर्रा के माध्यम से प्रत्याशी को चुनाव चिन्ह आबंटित किया गया जिसमें अनवर अली को तारा छाप व रुसतम खान को चांद छाप मिला। इसके बाद मतदान की तारीख 18 फरवरी 2024 को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक तय किया गया इसी दिन मतदान हुआ। कुल 927 मतदाता में 742 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। मतदान 80 प्रतिशत हुआ। मतदान के तुरंत बाद मतगणना प्रारंभ कर दिया गया। जिसमें अनवर अली को 223 मत व रुसतम खान को 513 मत मिले 06 मत अवैध घोषित किए गये। यह मतदान बैलेट पेपर से व नायब तहसीलदार की निगरानी मे हुआ। मतो के अंतर के आधार पर 290 वोट से रुसतम खान को विजयी घोषित किया गया। इन सारी चुनावी प्रक्रिया को अंजाम दे रहे चुनाव अधिकारी मो. नजरुल इस्लाम द्वारा यह जानकारी उपलब्ध करायी गयी। इनके साथ सहयोगी के रुप में मो. रियाज, मो. फारुक, मो. हुसैन, मो. इफ्तिखार, मो. यासीन, शेख सलमान, मो. जुबेर चिश्ती, महबूब अली, मेराज अहमद, जाहिद कुरैशी शामील थे साथ ही सरपरस्त जी. एम. हुसैन, नजीर अली, नईम कुरैशी साथ ही कार्यवाहक सदर मौलाना सैफुल्लाह हैदर कादरी, नायब मो. अशरफ इन सभी के निगरानी व सहयोग से चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव के पश्चात आज दिनांक 23 जनवरी 2024 को जुमे की नमाज के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष रुसतम खान का इस्तकबाल कर चुनाव अधिकारी मो. नजरुल इस्लाम ने पुरी मुस्लिम जमाअत के सामने प्रमाणपत्र दिया। साथ ही ऐलान कर मस्जिद- मजार का अध्यक्ष घोषित कर आगामी कार्यकाल चलाने का चार्ज दिया।