राजस्थान। राजसमंद के नाथद्वारा में देहली वाली धर्मशाला में साधु का जला हुआ शव मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार सुबह 11 बजे कमरे से धुआं निकलते देख लोगों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर साधु पूरी तरह जला हुआ मिला।
कमरे में एक आधार कार्ड मिला है, जिसमें भगवत दास (75) पुत्र प्रेमदास निवासी मीठारामजी का मंदिर, रेलवे स्टेशन के पास, चित्तौड़गढ़ लिखा है। धर्मशाला में साधु भगवत दास 1 दिसंबर से रुके हुए थे। हालांकि शव की शिनाख्त अभी तक नहीं हुई है। आधार कार्ड और अन्य साक्ष्य के आधार पर माना जा रहा है कि जलने से साधु भगवत दास की मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि शव की शिनाख्त के बाद ही पता चलेगा कि शव भगवत दास का ही है या किसी और का है। फिलहाल शव को नाथद्वारा हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। पहचान के लिए परिजनों से संपर्क करने के प्रयास किए जा रहे हैं। परिजनों के आने के बाद पोस्टमॉर्टम की कार्यवाही की जाएगी।