मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस्तीफा सौंप दिया है ।
यहां बताते चलें कि कमलनाथ पिछले 6 साल से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का दायित्व निभा रहे हैं. साल 2018 में कमलनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव लड़कर कांग्रेस ने 15 साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी की थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद 15 महीने में उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी. सरकार चली जाने के बावजूद भी कमलनाथ लगातार पार्टी की मजबूती के लिए संघर्ष करते रहे।
युवा या प्रभावशाली नेता को मिल सकती है एमपी की कमान
कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अलाकमान अब कमलनाथ की जगह किसी युवा या प्रभावशाली नेता को मध्य प्रदेश की कमान देना चाहता है. हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि जिस भी नेता को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाया जाएगा, वह कमलनाथ का करीबी होगा. आलाकमान चाहता है कि नए अध्यक्ष के नाम पर कामलनाथ की भी सहमति हो. यदि किसी युवा नेता को मध्य प्रदेश की कमान सौंपने का फैसला होता है तो इसमें सबसे प्रमुख नाम दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह, मालवा के सक्रिय नेता जीतू पटवारी, महाकौशल के सक्रिय नेता तरुण भनोट और निमाड़ से आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का लिया जा रहा है.