रायपुर। जिला ग्रामीण बैंक के 165 खाता धारकों के खाते में छेड़छाड़ कर 3 करोड़ 57 लाख रुपए का गबन कर लिया गया। इस मामले के आरोपी फरार पूर्व मैनेजर राहुल कुमार शर्मा और उसकी मां वीणा शर्मा को रामगंज थाना क्षेत्र के गोविंद नगर से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को मुख्य आरोपी राहुल शर्मा की थी तलाश
आरोपी राहुल शर्मा ग्रामीण बैंक शाखा प्रबंधक के रूप में 31 नवंबर 2021 से 18 जुलाई 2022 तक रायगढ़ में कार्यरत था। मामले का खुलासा होने के बाद वह बैंक के मेन गेट और तिजोरी की चाबी लेकर फरार हो गया था। तब से छत्तीसगढ़ पुलिस को उसकी तलाश थी। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस पहले ही राहुल शर्मा के सहकर्मी हरिप्रिया और राहुल मेहता को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस को मामले के मुख्य आरोपी राहुल शर्मा की तलाश थी।
अजमेर में गोविंदनगर इलाके से हुई गिरफ्तारी
पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली थी कि राहुल और उसकी मां वीणा शर्मा अजमेर में गोविंदनगर इलाके में रहकर फरारी काट रहे हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस टीम ने रविवार को रामगंज थाना स्टाफ की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला रायगढ़ के कोतरा रोड थाना क्षेत्र में 20 जुलाई 2022 को सामने आया था। इस मामले में छग राज्य ग्रामीण बैंक के मैनेजर संदीप ठाकुर ने पूर्व प्रबंधक राहुल कुमार शर्मा निवासी न्यू गोविंद नगर अजमेर के विरुद्ध गबन की एफआईआर दर्ज कराई थी।
चाबी लेकर फरार हो गया था आरोपी
आरोप है कि राहुल शर्मा बैंक के गेट की चाबी, तिजोरी और एफआरएफसी की चाबी, बैंक का मोबाइल हैंडसेट सिम लेकर फरार हो गया। उसके बाद तिजोरी की डुप्लीकेट चाबी मंगवा कर सेफ खोला गया तो खाताधारक होमेश्वर गीता पटेल और बीना शर्मा के 1,42,206 रुपए के गोल्ड के पैकेट गायब थे। शाखा प्रबंधक राहुल शर्मा इसे लेकर फरार हो गया था।
परिचितों के खाते में ट्रांसफर कर निकाले गए पैसे
इस मामले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। यह मामला लॉकर से मात्र डेढ़ लाख के सोने के जेवर पार करने तक ही सीमित नहीं है। अपितु जानकारी मिली है कि आरोपी ने बैंक के 165 अकाउंट से करीब 3 करोड़ रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर किए हैं। राशि इससे भी अधिक हो सकती है। कई खाताधारकों को यह पता ही नहीं कि उनके खाते में सेंधमारी हो गई है। पूरी रकम अपने परिचितों के अकाउंट में ट्रांसफर करने के बाद निकाल भी लिया गया है।