नई दिल्ली : आज लोक सभा में असविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में मणिपुर मसले पर भाषण दिया और मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की। सरकार की ओर से इसका जवाब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिया। स्मृति ने कहा कि मणिपुर खंडित नहीं है और ना ही विभाजित है। जब स्मृति का भाषण हुआ तबतक राहुल गांधी संसद से जा चुके थे, इसको लेकर भी केंद्रीय मंत्री ने उनपर तंज कसा।
लोकसभा में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि स्पीकर के आसन पर जिस तरह आक्रामक बर्ताव किया गया है, वह निंदनीय है। राष्ट्र के इतिहास में पहली बार भारत माता की हत्या की बात की और कांग्रेस पार्टी तालियां बजाती रही। कांग्रेस ने जो भारत माता की हत्या की बात पर तालियां पीटी है, वह गद्दारी का संदेश देती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनके गठबंधन के लोग भारत को लेकर गलत टिप्पणी करते हैं, कश्मीर को लेकर रेफरेंडम की बात की गई अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो इन बयानों की निंदा करें। क्या कांग्रेस कश्मीर में रेफरेंडम की बात का समर्थन करती है। स्मृति ईरानी ने इस दौरान कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार का जिक्र किया।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि एक वक्त था जब कश्मीर खून से सना हुआ था, लेकिन जब राहुल गांधी अपने परिजनों के साथ वहां पहुंचे और वहां घूम रहे थे, तब यह तब संभव हुआ जब मोदी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाई। लेकिन कांग्रेस के नेता जब वहां पहुंचे तो उन्होंने फिर से धारा 370 लगाने की बात कह दी थी।
केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में कहा कि मणिपुर पर चर्चा की बात की जा रही है, हमारी सरकार के संसदीय मंत्री, गृह मंत्री ने बार-बार चर्चा की बात कही है लेकिन विपक्ष नहीं मान रहा है. क्योंकि इन्हें पता है कि जब परतें खुलेंगी, तब ये खुद ही मौन साध लेंगे। कांग्रेस ने कोयला घोटाले पर भी मौन साधा और यूपीए सरकार के दौरान हुए घोटालों पर भी मौन ही रहे।