रायपुर। पुरे देश में पुरे जोर-शोर से भगवान शिवजी का पूजा पाठ किया जाता है। आज सावन का दूसरा सोमवार है और शिवालयों में भक्तो की भीड़ उमड़ पड़ी है। वहीं राजधानी रायपुर के बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु जल अभिषेक करने के लिए आते है।
बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर केवल भक्त ही नहीं बल्कि नाग-नागिन का अध्भुत जोड़ा भी भगवन शिव के दर्शन करने पहुंचते है। इस ऐतिहासिक मंदिर की यह खासियत है कि यहाँ हर साल सावन मास पर नाग-नागिन का जोड़ा आते है जिसे देखने भक्तो की भीड़ भी लगी रहती है।
गौरतलब है कि बैजनाथ धाम के अलावा रायपुर के बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर का शिवलिंग भी भूरे रंग का है। यहाँ शिव बाबा की भस्म आरती होती है जिसे रामेश्वरम से मंगाया जाता है। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग के साथ साथ श्री गणेश, कार्तिकेय भगवान, मां पार्वती का दर्शन भी मिलता है। तो वहीं, मंदिर परिसर में श्री राम सीता, श्री राधा कृष्ण, भैरवनाथ, हनुमान जी, संतोषी माँ की प्रतिमा भी स्थापित है।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि जब पूरा इतिहास खंगाला गया तब ये जानकरी सामने आई कि सन 1818 मंदिर में शिवलिंग की स्थापना का उल्लेख है। बूढ़ा तालाब के किनारे शिवलिंग पर हमेशा सर्प लिपटे रहते थे, वर्तमान में उस शिवलिंग के ऊपर मंदिर बनाया गया।