बलौदा बाजार। बलौदा बाजार के ग्राम हथबंद मुख्य तिगड्डा चौक में स्थित इंडिया वन एटीएम में तोड़-फोड़ करने की सूचना मिली थी। जिसकी सूचना पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में थाना हथबंद का पुलिस बल एवं साइबर सेल बलौदाबाजार की संयुक्त टीम जांच में जुट गई। वहीं, इस मामले में महज 24 घंटो के भीतर आरोपियों को पुलिस ने खोज निकला है। और 3 युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की रकम 6 लाख 66 हजार 800 रुपये और घटना में प्रयुक्त बाइक को बरामद किया है.
समृद्धि इंटरप्राइजेज फर्म के माध्यम से इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड का काम किया जाता है। इस एजेंसी के तहत कार्य करने वाला प्रकरण का मुख्य आरोपी युवराज चंद्राकर काफी समय पहले से ही एटीएम का पैसा चुराने की योजना बना रहा था तथा मौके की ताक में था। एक्सिस बैंक रायपुर की शाखा से पैसा निकालकर ग्राम हथबंद स्थित इन इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड किया गया। कैश लोड करने का कार्य और युवराज चंद्राकर एवं फर्म के एक अन्य कर्मचारी ऋषभ द्वारा किया गया। इस एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी युवराज चंद्राकर के पास था। युवराज द्वारा अपने पूर्व नियोजित योजना के अनुसार प्रकरण के अन्य आरोपी शुभम यादव को पहले से ही एटीएम को ऑपरेट करके उसमें से पैसा कैसे चोरी करना है, यह सिखलाई दिया जा रहा था।
साथ ही अपने मोबाइल के माध्यम से एटीएम के अंदर, बाहर, सिक्योरिटी प्रोग्राम एवं महत्वपूर्ण लॉक सिस्टम का फोटो शुभम यादव को दिखाया था योजना के अनुसार युवराज चंद्राकर द्वारा एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी शुभम यादव को दिया गया। शुभम यादव एवं तीसरा आरोपी शुभम महावर मुख्य आरोपी युवराज द्वारा दी गई पासवर्ड एवं चाबी लेकर दिनांक 08.07.2023 की रात्रि ग्राम हथबंद आए एवं रात्रि में पासवर्ड एवं चाबी का इस्तेमाल कर एटीएम में रखा सारा कैश ₹6,75,000 चोरी कर लिया गया। वही तीनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ किया गया, जिसमें आरोपियों ने एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी के माध्यम से एटीएम से पैसा चोरी करना स्वीकार किया। कि आरोपियों की निशानदेही पर नगदी रकम ₹6,66,800 बरामद किया गया है। पुलिस की गहन छानबीन एवं अथक प्रयासों से चोरी का लगभग शत प्रतिशत पैसा बरामद करने में सफलता मिली है। साथ ही आरोपियों से घटना प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल हीरो एचएफ डीलक्स CG24 K9263 भी जब्त किया गया है। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।