Relationship: हर शख्स को अपने जीवन में सच्चे प्यार की तलाश रहती है. लेकिन बचपन और टीनएज के आसपास कुछ लोगों को एक खास साथी की तलाश होती है, जिसके साथ लव रिलेशन वाली फीलिंग आए. इस उम्र में हर किसी को करियर की चिंता जरूर सताती है.
Relationship: ऐसे में ये समझना मुश्किल होता है कि इश्क की तरफ मुड़ें या पढ़ाई लिखाई और रोजगार की फिक्र करें. भारतीय कानून के मुताबिक लड़के और लड़की के लिए शादी की उम्र तय है, लेकिन गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड बनाने को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं है. आइए जानते हैं कि आपके लिए लव रिलेशनशिप में आने की सही उम्र क्या है.
‘न उम्र की सीमा हो’
Relationship: आज के दौर में स्कूली बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों के मोहब्बत के चर्चे सुनने को मिल ही जाते हैं. इश्क के बारे में अक्सर ये कहा जाता है कि “न उम्र की सीमा हो, न जन्म हो बंधन, जब प्यार करे कोई, तो देखे केवल मन”, फिर भी आपको समझदारी भरा फैसला लेना होगा वरना इश्क न अच्छे-अच्छों को बर्बाद कर दिया है.
सदगुरु से पूछा गया दिलचस्प सवाल
Relationship: हाल में ही सदगुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) से सवाल पूछा गया कि गर्लफ्रेंड (Girlfriend) या बॉयफ्रेंड (Boyfriend) बनाने की सही उम्र क्या है? उन्होंने इस मसले पर खुलकर बात की. सदगुरु ने कहा कि डेटिंग को ट्रेंड न बनाएं, ये तभी करें जब बहुत जरूरी हो. लव रिलेशनशिप में आने के लिए कभी जल्दबाजी न करें, बल्कि अपने लक्ष्य पर फोकस करना ज्यादा जरूरी है.
प्यार या करियर में किसे चुनें?
Relationship: आजकल 13-14 साल के बच्चे रिलेशिनशिप में पड़ जाते हैं, लेकिन ये करियर को शेप देने का वक्त होता है. इस उम्र में एनर्जी काफी ज्यादा होती है, बेहतर है कि इसे सही दिशा में लगाएं, वरना भविष्य अंधेरे में पड़ सकता है. सदगुरु ने कहा कि आजकल हम बॉडी बेस्ड रिलेशनशिप पर काफी ज्यादा जोर दे रहे हैं. ये जरूरी नहीं है कि जब आप कॉलेज में हों तो अपने दोस्त के साथ फिजिकल ही हों. सदगुरु ने रिलेशनशिप की कोई खास उम्र तो नहीं बताई लेकिन रिश्ते की सही मीनिंग पर जरूर फोकस किया.