रायपुर : छत्तीसगढ़ में राज्य लोक सेवा आयोग (CGPSC) का रिजल्ट आते ही राजनीती भी शुरू हो गई है। पीएससी के नतीजे में भाई-भतीजावाद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जिसके विरोध में पिछले 12 दिनों से जगह-जगह प्रदर्शन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री निवास घेराव का सिलसिला भी भी चल रहा है। इसी कड़ी में 25 मई की शाम 6 बजे राजधानी के कलेक्ट्रेट चौराहा बाबा साहेब अंबेडकर प्रतिमा के सामने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। इसका शोक संदेश पत्र सोशल मीडिया में वायरल है।
शोक संदेश में लिखी ये बात
CGPSC 2021 के पीड़ित अभ्यार्थी द्वारा प्रेषित शोक संदेश में लिखा गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में न्याय और व्यवस्था की मृत्यु हो चुकी है। CGPSC 2021 परिणाम के दौरान आए इत्तफाक के बाद psc परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। आप सभी अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपने विचार प्रदेश की गूंगी बहरी और अंधी सरकार तक पहुंचाए।
पीएससी अभ्यर्थियों को भड़काने की शिकायत कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने मंगलवार को रायपुर एसपी से पीएससी अभ्यर्थियों को भड़काने, उकसाने की शिकायत की है। उन्होंने दो पेज के अपनी शिकायत में भाजयुमो और भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। श्री तिवारी ने मांग की है कि पीएससी अभ्यर्थियों को आंदोलन के लिए उकसाने, नकारात्मकता फैलाने और भयभीत किए जाने की लगातार कोशिश हो रही है।
क्या है मामला
पीएससी में भर्ती परिणामों में गड़बड़ी का आरोप लगाकर बीजेपी अब सड़क पर उतर रही है। बीजेपी का आरोप है कि सीजीपीएससी के रिजल्ट में नेताओं, अधिकारियों और उद्योगपतियों के बच्चों को उपकृत किया गया है। पूरे मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है कि बड़े बड़े अधिकारियों, नेताओं और उद्योगपतियों के बच्चे ही इस परीक्षा में पास हुए हैं। वहीं रमन सिंह पल्ट को अद्भुत बताया है। सिंह का कहना है कि टॉप 20 में वे लोग आ रहे हैं, जो अद्भुत प्रतिभावान है। पहली बार ऐसा हुआ है कोई अनुसूचित जाति या पिछड़ी जाति का बच्चा पीएससी की पारदर्शिता में उंगली उठाने का काम कर रहा है। लाखों बच्चों का भविष्य खतरे में है।