स्काई वॉक के लिए अलग से बजट प्रावधान नहीं, पूर्व में स्वीकृत राशि से ही होगा निर्माण : मूणत


पूर्व मंत्री राजेश मूणत की प्रेस वार्ता
0 कांग्रेस पर राजधानी के विकास के लिए कोई भी काम नहीं करने का लगाया आरोप













रायपुर। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने राजधानी रायपुर में स्काई-वॉक के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए 37 करोड़ रुपए का आवंटन करने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री/लोक निर्माण मंत्री अरुण साव का आभार जताया है। उन्होंने इस योजना को लेकर कांग्रेस के शासनकाल में की गई राजनीति और इस काम में अड़ंगेबाजी को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। मूणत ने साफ शब्दों में कहा है कि अब इस काम की लागत में जो बढ़ोतरी होगी, उसके लिए कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार जिम्मेदार होगी और कांग्रेस इस जवाबदेही से कतई नहीं बच सकती

भाजपा विधायक राजेश मूणत ने एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि डेवलपमेंट विजन के साथ स्काई वॉक निर्माण कार्य डॉ. रमन सिंह के के मुख्यमंत्रित्व काल में सरकार की प्रक्रियाओं का शत-प्रतिशत पालन किया गया था। 2016-17 में बजट में प्रावधान करके शास्त्री चौक से जयस्तंभ चौक और शास्त्री चौक से जेल तिराहे तक जो लोग पैदल चलते हैं, उसके कारण ट्रैफिक डिस्टर्ब होता है, तेज रफ्तार वाहनों के कारण दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है, उस दृष्टि से अध्ययन करने के उपरांत 2016-17 के बजट में इसका प्रावधान किया गया। सरकार ने उसकी प्रशासनिक स्वीकृति जारी की। उसी वर्ष प्रशासनिक एजेंसी ने सर्वे करने के लिए एजेंसी का टेंडर आमंत्रित किया, जिसमें दो एजेंसी ने भागीदारी की। स्काई वॉक की उपयोगिता और आवश्यकता पर डिटेल सर्वे आया।

पीडब्ल्यूडी द्वारा इसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के उपरांत टेंडर हुआ। 2017 में यह काम चालू हुआ। जिस दिन उसका भूमिपूजन हुआ, उस दिन रायपुर के समाचार पत्रों में विज्ञापन के साथ-साथ पूरी डिटेल जनता के बीच रखी गई। मूणत ने कहा कि तब विधानसभा में कभी भी कांग्रेस पार्टी के किसी नेता ने इस पर कोई सवाल नहीं उठाया, कभी कोई बात नहीं की।

जांच में मिला क्लीन चिट

मूणत ने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कह दिया कि स्काई वॉक नहीं बनना चाहिए। हालांकि इसका कोई आधिकारिक आदेश संबंधित विभाग ने नहीं निकाला था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने तीन स्तरों पर इसकी जांच कराई। तमाम प्रक्रियाओं के बाद यह निष्कर्ष निकला कि राजधानी की आवश्यकता और इस काम में खर्च हो चुकी राशि को देखते हुए इस स्काई व़ॉक को पूर्ण करना चाहिए। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल व कांग्रेस नेताओं ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लिया।

स्काई वॉक को लेकर कांग्रेस सरकार के रवैये पर तंज कसते हुए मूणत ने कहा कि बाद में फिर से हुई जांच की रिपोर्ट में इस योजना को क्लीन चिट देते हुए कहा गया कि इस काम में कहीं भी किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। मूणत ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर स्काई वॉक में कोई भ्रष्टाचार हुआ तो इससे संबंधित फाइल, अधिकारी तत्कालीन भूपेश सरकार के पास थे तो उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की?

इस पत्रकार वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, बीजेपी जिला अध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर, सोशल मीडिया सह प्रभारी मितुल कोठारी मौजूद रहे।


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