सूरजपुर: सूरजपुर में इन दिनों गर्मी की तपिश से लोगों का बुरा हाल है. ऐसे में पानी की बूंद बूंद के लिए ग्रामीण मोहताज हैं. सरकार की महत्वपूर्ण नल जल योजना सिर्फ कागजों में इस जिले में संचालित हो रही है. सूरजपुर जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां के ग्रामीण आज भी आधुनिकता के युग में बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. कहने को प्रशासन ने कागजों पर नल जल योजना (nal jal yojana) की एक तस्वीर उकेरी हुई है, लेकिन हकीकत ठीक इसके विपरीत अपनी कहानी बयां कर रही है.
यहां नल की टोटी में से ना तो हवा बाहर आ रही है और ना ही पानी. आलम ये है कि ग्रामीणों को पानी के लिए रोजाना दो चार होना पड़ रहा है. दरअसल, सूरजपुर जिले में गांव-गांव तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए पीएचई विभाग (PHE Department) द्वारा नल जल योजना (nal jal yojana) संचालित की जा रह है. जिसके लिए करोड़ों रुपये की लागत से पीएचई विभाग ने कई गांवों को चिन्हांकित करते हुए यहां पाइप लाइन बिछाकर वाटर टैंक लगा दिया. लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी आज ये नल जल योजना सिर्फ शो पीस बनकर जिले के गांव में सुशोभित हो रही है.