अयोध्या : अगले माह के अंत तक रामजन्मभूमि परिसर रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूरी तरह तैयार होगा। यह जानकारी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॅा अनिल मिश्र ने दी। वह रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन का ब्योरा पत्रकारों को दे रहे थे।
उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारी के लक्ष्य का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। मंदिर के भूतल का निर्माण पहले ही हो चुका है। गत माह से भूतल में लगे 170 स्तंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण की जा रही हैं।
इन स्तंभों के ऊपरी हिस्सों की मूर्तियां उत्कीर्ण की जा चुकी हैं,अब निचले हिस्से की मूर्तियां उत्कीर्ण करने का काम शुरू हो रहा है। भूतल के फर्श का भी निर्माण अंतिम दौर में है।
परकोटा और रिटेनिंग वाल का भी काम तीव्र गति से जारी है। डॅा.मिश्र के अनुसार संभव है कि परकोटा का शेष हिस्सा 22 जनवरी के बाद बनता रहे, किंतु पूर्वी हिस्से का परकोटा 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
राम मंदिर के पांच मंडपों में से गुण मंडप को छोड़ कर बाकी चार मंडप नृत्य, रंग, भजन एवं कीर्तन मंडप का भी निर्माण 22 जनवरी तक पूरा किया जाना है। प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व यात्री सुविधा केंद्र भी तैयार होगा और जनवरी के प्रथम सप्ताह से उसका ट्रायल भी शुरू होगा। विद्युतीकरण की भी दिशा में अपेक्षित प्रगति के संकेत हैं।
डॅा.मिश्र ने बताया कि परिसर में 33 केवीए के विद्युत सब स्टेशन का इंस्टालेशन किया जा रहा है। 15 दिन में पावर कार्पोरेशन कनेक्शन दे देगा और 20 दिसंबर तक पूरे परिसर का विद्युतीकरण संभव होगा।
डॅा.मिश्र ने बताया कि बैठक में समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने सुबह 9:30 बजे से सायं पांच बजे तक कार्यदायी संस्था एलएंडटी एवं टीसीई के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर हो चुके कार्यों की समीक्षा के साथ भावी कार्य योजना पर मंथन किया।