ब्रिटिशकाल के दस्तावेजों में दर्ज है सैयद बाबा की मजार, कौमी एकता की मिसाल है भिलाई-तीन का उर्स

अंग्रेजीराज का 1936 का राजस्व रिकार्ड है कमेटी के पास, लाखों लोग जुटते हैं हर साल…