जगदलपुर। नई दिल्ली स्थित रेल भवन में गुरुवार शाम हुई एक बैठक में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि रायपुर और बस्तर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए रावघाट-जगदलपुर रेललाइन का निर्माण कार्य अगस्त महीने से शुरू हो जाएगा। रेललाइन का निर्माण रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरबीएनएल) को सौंपने पर भी सहमति बन गई है।आरबीएनएल ने ही रावघाट से दल्लीराजहरा तक 95 किलोमीटर की रेललाइन का निर्माण किया है। राजनांदगांव के सांसद एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रभारी संतोष पांडे, भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप और पूर्व विधायक संतोष बाफना के नेतृत्व में गुरुवार को दिल्ली पहुंचे प्रतिनिधिमंडल के साथ लगभग एक घंटे चले बैठक में रेल मंत्री ने रेलवे से जुड़ी आधा दर्जन मांगों पर भी चर्चा के बाद सहमति दे दी है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक सदस्य ने देर शाम फोन पर संवाद में बताया रेलमंत्री ने बस्तर को रायपुर से रेल मार्ग से जोड़ने के लिए प्रस्तावित 2,538 करोड़ रुपये की लागत वाली 140 किलोमीटर की रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना का काम बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड द्वारा छोड़ने के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।
बस्तर में रेलवे के विस्तार के लिए रावघाट-जगदलपुर रेललाइन का नया विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार किया जा रहा है। जुलाई तक यह काम पूरा होने की उम्मीद है। बरसात के बाद अगस्त महीने से रेललाइन का निर्माण शुरू करने का लक्ष्य है। बैठक में अंग्रेजों के जमाने में बिछाई गई धमतरी-नगरी-कोंडागांव रेललाइन के लिए भी नए सिरे से सर्वेक्षण कराने की बात आई। रेलवे इसके लिए तैयारी कर रहा है। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर पांडे और शैलेन्द्र भदौरिया भी शामिल थे।
ओम माथुर की प्रमुख भूमिका
दिल्ली पहुंचे भाजपा के नेता सबसे पहले छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर से मिलने उनके बंगले पर पहुंचे। उन्हें रेलवे सहित बस्तर के विकास के लिए सड़क व अन्य विषयों पर विस्तार से अवगत कराया। माथुर के अप्रैल के अंतिम सप्ताह में बस्तर दौरा के समय उनके समक्ष रेल के मुद्दा जोर शोर से उठा गया था। वे रावघाट-जगदलपुर रेललाइन परियोजना से संबंधित फाइल लेकर दिल्ली लौटे थे। रेलमंत्री से चर्चा के बाद उन्होंने ही बस्तर के भाजपा नेताओं को दिल्ली बुलाया था।
इन विषयों पर भी हुई चर्चा
दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस: बस्तर से रायपुर के लिए सीधी रेल सेवा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 10 अक्टूबर 2012 को जगदलपुर से दुर्ग के लिए सप्ताह में तीन दिन एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था। उक्त ट्रेन का परिचालन फरवरी 2019 से बंद है। इसे दोबारा संशोधित समयसारिणी के साथ शुरू करने की मांग उठी।
ट्रेनों का नामकरण : किरंदुल-विशाखापटनम नाइट एक्सप्रेस का नाम मां दंतेश्वरी एक्सप्रेस, किरंदुल-विशाखापटनम पैसेंजर स्पेशल ट्रेन का नाम बस्तर-विशाखापटनम और जगदलपुर-राउरकेला एक्सप्रेस का नाम दंडकारण्य एक्सप्रेस रखने से की मांग की गई।