रायपुर। राजधानी रायपुर का मास्टर प्लान बना लिया गया है. इसे राज्य शासन की मंजूरी मिल गई है. इस संबंध में नगर तथा निवेश विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना भी प्रकाशित कर दी है. अधिसूचना के प्रकाशन के साथ ही रायपुर का मास्टर प्लान लागू कर दिया जाएगा।
आवास एवं पर्यावरण विभाग ने रायपुर के मास्टर प्लान में आई करीब 1450 दावा आपत्तियों के निराकरण के बाद मास्टर प्लान को स्वीकृत कर लिया है. बताया जा रहा कि मास्टर प्लान का प्रकाशन करने के लिए इसे शासकीय मुद्रणालय में भेजा गया है. छपाई का काम पूरा होने के बाद यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार होने के बाद ग्राम एवं नगर निवेश विभाग द्वारा रायपुर के जनसामान्य तथा संबंधित लोगों से दावा आपत्ति मंगाई गई थी. कई लोगों ने मास्टर प्लान में गड़बड़ी की बातें भी अलग अलग अवसरों पर उठाई थी।
खारुन के किनारे ग्रीन जोन
राजधानी रायपुर के खारुन नदी के किनारे हरित एवं उसके आसपास क्षेत्र को आमोद-प्रमोद लैंड यूज में रखा गया है. इसके बावजूद यह क्षेत्र तेजी के साथ आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में डेवलप होता जा रहा है. ब्लाक टाउन एक प्लानिंग रायपुर के अधिकारियों के अनुसार नया मास्टर प्लान लागू होने के बाद इस क्षेत्र को हरित और आमोद-प्रमोद क्षेत्र के रूप में विकसित करने के दौरान जो भी बाधा आएगी, उसे दूर किया जाएगा. इसके लिए कार्रवाई करने की जरूरत पड़ी तो वह भी की जाएगी।
2031 की जनसंख्या के अनुमान पर बना है मास्टर प्लान
राजधानी रायपुर को दिनों-दिन बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए वर्ष 2031 में जनसंख्या का अनुमाना लगाते हुए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने जया मास्टर प्लान तैयार किया है. इससे पहले 2021 के लिए मास्टर प्लान बनाया गया था. इस मास्टर प्लान में सड़कों से लेकर ऐसे कई काम थे, जिसके अनुसार शहर का डेवलपमेंट नहीं हो पाया है. नए मास्टर प्लान में छूटे हुए कामों को शामिल किया गया है. वर्ष 2031 के लिए बनाया गया मास्टर प्लान भी डेवलपमेंट पर आधारित है. इसमें शहर के कई इलाकों के खड़ों को मानचित्र में आमोद प्रमोद लैंड यूज में दर्शाया गया है. इसमें खारुन नदी के किनारे से एक किमी तक लगे कई इलाके भी शामिल हैं. नदी के किनारे हरित जोन क्षेत्र और आसपास के इलाके आमोद-प्रमोद में लिए गए है।