दुर्ग। जिले में ईडी अफसर बनकर 2 करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुंबई से 1 महिला समेत 9 से अधिक आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सभी आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग पुलिस लौटी है। आरोपियों के पास से करीब 1 करोड़ 25 नकद समेत स्कार्पियो वाहन जब्त किया गया है।
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया की पीड़ित विनीत गुप्ता है। उनको मुख्य आरोपी गिरीश वालेचा ने इंडस टावर लिमिटेड नामक एक कर्मचारी बताकर लालच दिया। कम्पनी का कर्मचारी बताते हुए ज्यादा लाभ देने के लालच देकर बड़ा पैसा इन्वेस्ट करने का झांसा दिया। मुख्य आरोपी दो सप्ताह पहले ही किसी महाराष्ट्र और छतीसगढ़ के लोकल एजेंट गजानंद वैरागड़े के माध्यम से गिरीश वालेचा के सम्पर्क में आया था। जिसके बाद 27 जून को डील के तहत दो करोड़ रुपये दिया जाना था। गिरीश वालेचा और एजेंट गजानंद दोनों पैसे लेने ऑफिस पहुंचे थे। आरोपियों ने फिल्मी स्टाइल में पूरा पहले से प्लान तैयार रखा था। पैसा सामने था तभी फर्जी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पांच लोग अधिकारी बनकर पहुंचे। और लूट की घटना को अंजाम देकर स्कॉर्पियों से फरार हो गए। आरोपियों ने पैसे को रास्ते में बांट लिया था। इसी बीच प्लान लीक हो गया।
एक करोड़ 26 लाख 16 हजार जब्त
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक करोड़ 26 लाख 16 हजार रुपए नकद। दो लाख के सोने के चैन अंगूठी, स्कार्पियों एवं अर्टिगा वाहन, 10 नग एंड्रॉयड मोबाइल, ईडी और सीबीआई के फर्जी पदनाम का पहचान पत्र, फर्जी मीडिया की आईडी और आधिकारी की गाड़ी की पीली बत्ती, बैंक के पास बुक,फर्जी आधार और पैन कार्ड, सभी बरामद किए गए हैं।