बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने नक्सली संगठन के डिप्टी कमांडर सोढी देवा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली तेलंगाना पुलिस के चंगुल से एक साल से फरार चल रहा था।पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार प्रतिबंधित सीपीआई नक्सली पार्टी मिलिशिया डिप्टी कमांडर सोढी देवा कोमाटपल्ली बीजापुर के तर्रेम थाना का रहने वाला है। वह 2019 से प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी पार्टी कोमाटपल्ली आरपीसी मिलिशिया के सदस्य के रूप में भर्ती था। एक साल से कोमाटपल्ली आरपीसी मिलिशिया के डिप्टी कमांडर के रूप में कार्यरत था।
नक्सली डिप्टी कमांडर इस वारदात में था शामिल
जिले के पुजारी कांकेर व कोमटपल्ली आरपीसी मिलिशिया सदस्यों के साथ कार्य करते हुए, चेरला एलओएस मंडल का सदस्य बनाया गया। पिछले साल अगस्त 2022 में चेरला मंडल के पुसुगुप्पा वन क्षेत्र में, जहां उसने कॉम्बिंग में आने वाले पुलिसकर्मियों को मारने के उद्देश्य से प्रेशर बम प्लांट किया था।
तेलंगाना के भद्राचलम पुलिस के अनुसार डिप्टी कमांडर सोढी देवा को नक्सली प्रमुख सदस्य बनाकर पार्टी के अस्तित्व के बचाने के लिए उपयोग करते रहे हैं। भद्राचलम पुलिस ने प्रतिबंधित भाकपा को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से माओवादी पार्टी का सहयोग नहीं करने की अपील की है। यदि कोई अवैध गतिविधियों में शामिल होता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
तेलंगाना के भद्राचलम पुलिस ने बताया कि माओवादी पार्टी के शीर्ष नेता भोले-भाले लोगों को बेवकूफ बनाकर अपने स्वार्थ के लिए अवैध कार्य करा रहे हैं। प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी पार्टी के कई नेताओं और सदस्यों को महसूस हो गया है कि उनकी पार्टी ने जनता के बीच लोकप्रियता खो दी है।
यह जानते हुए कि ये सिद्धांत सफल नहीं होंगे, उन्होंने शांतिपूर्ण जीवन जीने का फैसला किया। इसलिए कई नक्सलियों ने पुलिस की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया है। भद्राद्री कोत्तागुडेम जिला पुलिस की ओर से नक्सलियों को मुख्य धारा में शामिल होने की अपील की है।