रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन था। जहां विपक्षियों ने सरकार को अपने सवालों से घेरा। वहीं सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्तगित होने बाद फिर से शुरू हुई। विपक्षियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर दो दिन चर्चा होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति दे दी है।
बता दें कि आज सदन में प्रश्नकाल के दौरान युवाओं का नग्न प्रदर्शन, शराब घोटाला, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा हुआ। मंत्री उमेश पटेल के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के सवाल पर लगभग 33 मिनट तक बहस चली।
जानकारी के अनुसार भाजपा आज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश की है।विश्वास प्रस्ताव के लिए बीजेपी ने मंगलवार को एकात्म परिसर में बड़ी बैठक की थी। विधायक दल की बैठक में 109 बिंदुओं का आरोप पत्र के आधार पर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति बनी। इसमें शराब घोटाला, कोयला परिवहन घोटाला, पीएससी में गड़बड़ी, डीएमएफ घोटाला, मनरेगा घोटाला, सीमेंट घोटाला, आत्मानंद स्कूल में घोटाला शामिल हैं। नेता प्रतिपक्ष ने बैठक के बाद कहा था कि भाजपा विधायक सभी तथ्यों और तर्कों के साथ अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सरकार को घेरेंगे। भूपेश सरकार के असली चेहरे को जनता के सामने उजागर करेंगे। चंदेल ने कहा कि अधिकारियों की पदस्थापना में बोली लग रही है। 5000 करोड़ से ज्यादा का राशन घोटाला हो गया। कैंपा मद में भी बंदरबांट हुई है।
सदन में आज आगे क्या होगा…
बुधवार को सहकारिता मंत्री राज्य अंतव्यवसाय सहकारिता वित्त एवं विकास निगम का प्रतिवेदन पटल पर रखेंगे। मंत्री मोहम्मद अकबर ग्राम निवेश अधिनियम की अधिसूचना पटल पर रखेंगे। अनिला भेड़िया दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम की अधिसूचना, जयसिंह अग्रवाल आवंटित कृषि भूमि भूस्वामी अधिकार अधिनियम पटल पर रखेंगे।
अनुपूरक बजट में सरकार प्रदेश के कई विभागों से जुड़ी योजनाओं के लिए बजट का प्रावधान करेगी। जानकारी के मुताबिक मानसून सत्र में महालेखाकार की रिपोर्ट पेश होने पर हंगामा होना तय माना जा रहा है। आने वाले दो दिन प्रदेश कांग्रेस सरकार और विपक्ष के बीच सदन में हंगामे से भरे रहेंगे।