मणिपुर पुलिस के कमांडो और उपद्रवियों के बीच राज्य के कई इलाकों में गोलीबारी हो रही है। पिछले 8 घंटों से दोनों तरफ से जमकर फायरिंग की जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया है कि कि उन्हें रिपोर्ट दी गई है कि अब तक “40 आतंकवादी” मारे गए हैं। आम नागरिकों के खिलाफ ये आतंकी एम-16 और एके-47 असॉल्ट राइफलों व स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे कई गांवों में घरों को जलाने के लिए आए थे। हमने सेना और अन्य सुरक्षा बलों की मदद से उनके खिलाफ बहुत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
सीएम बीरेन सिंह ने दावा किया है कि आतंकवादी निहत्थे आम नागरिकों पर गोलियां चला रहे हैं। यह लड़ाई मणिपुर को तोड़ने की कोशिश कर रहे हथियारबंद आतंकवादियों और केंद्र की मदद से चलने वाली राज्य सरकार के बीच है।
विद्रोहियों ने 5 इलाकों पर किया हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विद्रोहियों ने बीती रात दो बजे इंफाल घाटी और उसके आसपास के पांच इलाकों में एक साथ हमला किया। इनमें सेकमाई, सुगनू, कुम्बी, फायेंग और सेरौ क्षेत्र शामिल हैं। कई और इलाकों में गोलीबारी और सड़कों पर लावारिस लाशें पड़े होने की सूचना सामने आ रही है।
कहा जा रहा है कि सेकमाई में मुठभेड़ खत्म हो गई है। जानकारी के अनुसार इंफाल में रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के डॉक्टरों का कहना है कि फायेंग में हुई मुठभेड़ में 10 लोग घायल अवस्था में अस्पताल में पहुंचे हैं। वहीं, बिशनपुर के चांदोनपोकपी में कई गोलियां लगने के बाद 27 वर्षीय किसान खुमानथेम कैनेडी की मौत हो गई है। उनके शव को रिम्स पहुंचाया गया है और कई लोगों की मौत होने की आशंका है। कैनेडी के परिवार में उनकी पत्नी और नवजात बेटा शामिल है।
अमित शाह कल जाएंगे मणिपुर
गृह मंत्री अमित शाह कल मणिपुर का दौरा करने वाले हैं। उन्होंने मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने और सामान्य स्थिति लाने के लिए काम करने की अपील की है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए कल दो दिवसीय दौरे पर राज्य गए थे। इंफाल घाटी और उसके आसपास रहने वाले मैतेई लोगों और पहाड़ियों में बसे कूकी जनजाति के बीच जातीय हिंसा जारी है। मैतेई लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग है। इसको लेकर कुकी समुदाय से हिंसक झड़पें होती रही हैं। अब तक 70 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. टकराव 3 मई से शुरू हुआ था।