बीते कल 18.07.24 सेकंड शिफ्ट की डुइटी पूरा करने के बाद मैन गेट से निकलते समय सीआईएसएफ द्वारा बीएसपी के यूआरएम विभाग के कर्मी के साथ किए गए अभद्र व्यवहार के उपरांत देख लेने की धमकी के विरुद्ध आज बीएसपी वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी भिलाई इस्पात संयंत्र के आईआर विभाग में पहुंचे। आई आर विभाग के साथ हुई बैठक।
कल 20.07.24 को होगी सीजीएम सर्विसेज से इसी मुद्दे पर बैठक।
बी एस पी वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी मंडल आईआर विभाग पहुंचकर आई आर विभाग के महाप्रबंधक को यू आर एम कर्मी के साथ सीआईएफ के एक अधिकारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के संबंध में जानकारी दिया तथा इस पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की साथ ही बीएससी वर्कर्स यूनियन ने कहा कि हर कीमत में कर्मचारियों के मान सम्मान की रक्षा करना प्रबंधन की जिम्मेदारी है ।यूनियन ने आरोप लगाया कि जब भी कोई विवाद या संयंत्र कर्मी से दुर्व्यवहार सीआईएसएफ द्वारा किया जाता है तो सारे सीआईएसएफ के लोग इकट्ठा होकर कर्मी को दबाने का प्रयास करते हैं परंतु बी एस पी के तरफ से कोई भी अधिकारी कार्मिक विभाग या आईआर विभाग का मौका स्थल पर उपस्थित नहीं होता है। जिस कारण से कर्मचारी अपने आप को अकेला महसूस होता है सीआईएसएफ कर्मी के ऊपर हावी हो जाते है। सीआईएसएफ द्वारा पूर्व में भी कई बार कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार और यहां तक की मारपीट भी की गई है ठेका श्रमिको के साथ तो लगातार दुर्व्यवहार किया जाता है। सीआईएसएफ की शिकायत भी थाने में की गई पर उस समय भी प्रबंधन ने कोई कठोर कार्रवाई नहीं किया जिस कारण से सीआईएसएफ लगातार कर्मियों के साथ गलत व्यवहार करने का हिम्मत कर रहा है । जबकि सेल के अन्य यूनिट बोकारो दुर्गापुर राउरकेला में सीआईएसएफ कर्मियों के साथ गलत व्यवहार नहीं कर पाता है l छत्तीसगढ़ का कर्मी शांत प्रवृति के है इसी का लाभ सीआईएसएफ और प्रबंधन ले रहि हैं ।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने कहा कि सेल के अन्य यूनिट में अभी तक प्रबंधन पूर्ण रूप से बायोमेट्रिक नहीं लगा पाई है दुर्गापुर में अभी तक 30 प्रतिशत कर्मचारियों ने अपना रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया है बोकारो में कर्मियों को बायोमेट्रिक की और आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार के अन्य सुविधाएं देने का भी प्रावधान किया गया है। परंतु भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों ने प्रबंधन के सभी नियम को पूर्ण सफलता दिया है और जिसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि आज अब संयंत्र कर्मियों को गेट में अपमानित होना पड़ रहा है। और प्रबंधन कर्मियों के हित में किसी प्रकार की कठोर कार्रवाई नहीं कर रहा है जो बहुत ही दुर्भाग्य जनक है।
सीआईएसएफ का मूल कार्य प्लांट की सुरक्षा देना एवं चोरियो को रोकना है परंतु सीआईएफ अपने मूल कार्य करने की जगह गेट में कर्मियों के साथ गलत व्यवहार करने में ही उन्हें ज्यादा आनंद आने लगा है। जिस कारण भिलाई इस्पात संयंत्र के अंदर लगातार चोरिया बढ़ रही है और चोरों के हौसले इतने बड़े हुए हैं कि अब वह प्लांट के अंदर भी खुलेआम घूमने लगे हैं। जिस पर सीआईएसएफ मौन है।
यूनियन ने मांग रखी की सबसे पहले घटनाक्रम की जांच हो और उक्त सीआईएसएफ कर्मी पर करवाई किया जाए।
तथा प्रबंधन यह भी सुनिश्चित करें कि भविष्य में भी इसी प्रकार किसी भी बीएसपी कर्मचारियों के साथ सीआईएसएफ द्वारा किसी प्रकार की बत्तमीजी ना किया जाए।
मेंन गेट बोरिया गेट एवं अन्य गेटों में सभी एंगलों से कैमरा लगाया जाए जिससे किसी भी प्रकार की घटना हो तो उसकी जांच किया जा सके।
ड्यूटी जाने के एक घंटे पहले और एक घंटे बाद तक गेट के सामने एवं सड़को से आवारा पशु हटाया जाए।
ड्यूटी जाने के एक घंटा पहले एवं बाद में गेट पर आई आर विभाग या कार्मिक के अधिकारी की ड्यूटी लगे।जिससे किसी प्रकार की घटना हो तो कर्मी के पक्ष में भी कोई रहे।
बी एस पी प्रबंधन एक नंबर जारी करे जिससे गेट पर सीआईएसएफ द्वारा कर्मियों से विवाद करे तो कर्मी उस नंबर से फोन कर सहायता ले सके।
तथा सीआईएसएफ द्वारा देख लेने की बात बहुत ही गंभीर है यह कर्मी की सुरक्षा से जुड़ा सवाल है जिसे प्रबंधन गंभीरता से ले।
इसके उपरांत यूनियन ने आई आर विभाग के माध्यम से भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज के नाम ज्ञापन प्रबंधन को सोपा जिसमें संयंत्र कर्मचारियों को किये जा रहे हैंअपमान पर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई।
बैठक में प्रमुख रूप से प्रबंधन की तरफ महाप्रबंधक विकास चंद्रा , सहायक महाप्रबंधक प्रबंधक रोहित हरित, यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता,
शिव बहादुर सिंह दिलेश्वर राव विमल कांत पांडे अमित बर्मन मंगेश हरदास,अभिषेक सिंह , डी के गिरी, अशोक शर्मा, घनश्याम साहू, रंजीत कुमार,संदीप सिंह ,कृष्णमूर्ति,प्रदीप सिंह, राजकुमार सिंह ,लुमेश कुमार,मनोज डेडसेना, कन्हैया लाल अहिरे, दानी राम सोनवांनी,घनश्याम साहू,अजय तोमरिया, असीम मजूमदार आदि उपस्थित थे।