रायपुर / आईईईई मध्य प्रदेश अनुभाग के अन्तर्गत आईईईई कलिंगा विश्वविद्यालय छात्र शाखा ने 14 एवं 15 जुलाई को कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में संचार और कंप्यूटिंग 2023 पर अंतर्राष्ट्रीय आईईईई विश्व सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन ने इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी से संबंधित अत्याधुनिक और साथ ही उभरते विषयों को लक्षित किया। इसने इंटेलिजेंट सिस्टम पर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन के लिए प्रभावी रणनीति भी विकसित की।
इस विश्व सम्मेलन का उद्देश्य शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, उद्योग जगत के व्यक्तियों और छात्रों को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में वर्तमान प्रवृत्ति और रणनीतियों के बारे में विचारों, अनुभव और विशेषज्ञता के साथ चर्चा करने और ज्ञान के आदान-प्रदान करने के अवसर प्रदान करना था।गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक एवं गोदावरी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, हीरा समूह के प्रबंध निदेशक श्री सिद्धार्थ अग्रवाल को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
आईईईई इंडिया काउंसिल के पूर्व चेयर-एचटीसी डॉ चाणक्य झा और आईईईई एमपी सेक्शन के उपाध्यक्ष डॉ मनीष दीक्षित को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। उद्घाटन के अवसर पर कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, डॉ. संदीप गांधी, आईईईई सम्मेलन के आयोजक श्री हरीश पाटिल भी मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के साथ उपस्थित थे।
कलिंगा विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर श्रीमती अनु जी पिल्लई ने समारोह के मास्टर के रूप में भूमिका निभाई। विश्वविद्यालय की निदेशक और सम्मेलन की संयोजक डॉ. विजयलक्ष्मी बिरादर ने उद्घाटन के दौरान सम्मेलन के बारे में जानकारी दी।
‘‘सम्मेलन में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 1436 पेपर प्राप्त हुए, जिनमें से केवल 292 पेपर को 3 समीक्षकों द्वारा उन पत्रों की समीक्षा करने के बाद प्रस्तुति के लिए चुना गया था’’ उसने उद्धृत किया। ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में सत्र आयोजित करने में 80 से अधिक सत्र अध्यक्ष और सत्र समन्वयक शामिल थे। आईईईई एमपी अनुभाग ने तकनीकी रूप से सम्मेलन को प्रायोजित किया है।
श्री शरत चंद्र मोहंती, सहायक प्रोफेसर और आईक्यूएसी समन्वयक ने सम्मेलन के दौरान सभी सत्रों का प्रबंधन किया।आयोजन समिति की ओर से आईईईई केयू एसबी काउंसलर श्री अनूप कुमार जाना ने सभी प्रतिभागियों, मुख्य वक्ताओं, सत्र अध्यक्षों, समीक्षकों, प्रायोजकों और स्वयंसेवकों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया, जिसने सम्मेलन को एक शानदार सफलता दिलाई।