भिलाई :- गुरु घासीदास कला एवं साहित्य विकास समिति के द्वारा संस्कृति विभाग के सहयोग से गनियारी लोक कला महोत्सव का आयोजन 8 एवं 9 फरवरी को किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं नगर निगम भिलाई चरोदा के महापौर श्री निर्मल कोसरे ने बताया कि यह महोत्सव विगत 15 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल के कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ-साथ लुप्त होती छत्तीसगढ़ की लोक विधाओं को जीवित रखना
द्वितीय दिवस 9 फरवरी को विंध्यवासिनी बालिका रामायण मंडली बोडरा जिला बालोद, आदर्श बाल जस झांकी परिवार बोदल जिला बालोद, भरथरी कुमारी हेमलता पटेल सिकोसा जिला बालोद, सत्य के प्रचार नवयुवक पंथी मंडली पिटौरा जिला दुर्ग, जय श्री गणेश फाग मंडली भटगांव जिला धमतरी, अबूझ माडिया गौर नृत्य खरगोन जिला नारायणपु, महतारी के मया छत्तीसगढ़ी नाच पार्टी चिखली जिला मानपुर मोहला, गोरेलाल बर्मन कृत लोक श्रृंगार एवं विवेक शर्मा नाइट की रंगारंग प्रस्तुति हुई








समापन एवं सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि श्री भूपेश बघेल जी (पूर्व मुख्यमंत्री छ.ग.शासन), अध्यक्षता श्री राजेंद्र साहू, (प्रदेश महामंत्री), श्री कृष्णा चंद्राकर, (सभापति भिलाई चरोदा), श्री सुजीत बघेल, (संयुक्त महामंत्री), श्री सुरेश सिंघानी(समाजसेवी), श्री मनोज मढरिया (ब्लॉक अध्यक्ष) एवं श्री देवेंद्र छतीजा के आतिथ्य में संपन्न होगा।
सम्मान समारोह इस अवसर पर पद्म भूषण डॉ तीजन बाई, पद्मश्री डॉ आर.एस. बारले, श्रीमती दिनेश चतुर्वेदी, डॉ सी.बी.एस बंजारे, श्री लीलागर सिंह वर्मा, श्री छत्तर सिंह सोने, श्री अप्पल नायडू, श्री दास मनोहर, श्री ध्रुव कुमार मारकंडे, श्री बुटलू राम माथरा, श्री होली डड़सेना का सम्मान किया जाएगा।