Silkyara Tunnel: उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार को सुरक्षित बाहर निकालने का काम शुरू हो गया है. पहले दो मजदूरों को सुरंग से निकाला गया. इसके बाद बारी-बारी से सभी को सुरंग से निकालने की प्रक्रिया जारी है. एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीम दोपहर बाद सुरंग के अंदर पहुंची और मजदूरों को बाहर निकालकर लाई. सुरंग से बाहर आते ही एंबुलेंस के जरिए सभी श्रमिकों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है.
इससे पहले, उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में बचाव कर्मियों ने मंगलवार को मलबे के अंदर 60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा किया और फिर बचाव पाइप के अंतिम हिस्से को ड्रिल करके बनाए गए रास्ते से भीतर डाल दिया गया. इसी पाइप के जरिए ही 76 दिन से सुरंग में फंसे मजदूर बाहर निकल सके हैं. सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे 41 मजदूर इसके अंदर फंस गए थे.
कैसे हुआ कमाल?
सिलक्यारा में रेस्क्यू टीम ने श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रैट-होल खनन तकनीक का उपयोग किया और वो काम कर दिखाया, जो बड़ी-बड़ी आधुनिक मशीनें नहीं कर पाईं. पहले मजदूरों को निकालने के लिए ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की जा रही थी, जो मलबे में फंस गई थी. इसके बाद सोमवार को ‘रैट-होल’ खनन तकनीक का उपयोग करके हाथ से मलबे को हटाना शुरू किया गया.