बलौदाबाजार । जिले में सतनामी समाज Satnami society के लोग अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सतनाम समाज के लोग पहुंचे हैं। दशहरा मैदान में उग्र प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की सुरक्षा को भेदकर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। 3–4 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर पहुंच कर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि, कलेक्टर कार्यालय के पीछे के रास्ते से कर्मचारियों को सुरक्षित निकला जा रहा है। पुलिस बल की संख्या कम है। यह प्रर्दशन बीते दिनों गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम को काटे जाने की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सतनामी समाज प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी सतनाम समाज की मांग पर न्यायिक जांच की बात कही है। वहीं, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर परिसर के चारों तरफ बैरिकेटिंग कर दिया है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
दरअसल, गिरौधपुरी में जैतखाम तोड़ने पर तीन लोगों को जेल भेज दिया गया है। लेकिन आक्रोशित समाज के लोगों का कहना है कि जिन्हें जेल भेजा गया वे असली अपराधी नहीं है। इसलिए प्रदेश भर से सतनामी समाज के लोगों ने दशहरा मैदान में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
झूमाझटकी में एक पुलिसकर्मी जख्मी
सतनामी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की है। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कलेक्टर परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दिया था, लेकिन उसे तोड़ते हुए समाज के लोग अंदर घुस गए। इस दौरान झूमाझटकी में एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई है। गुस्साए लोगों ने कलेक्टर दफ्तर में आग लगा दिया है। अधिकारियों के गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है।
गृहमंत्री बोले- जज करेंगे जांच
इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को ट्वीट कर कहा था कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश थे कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। यह न्यायिक जांच रिटायर्ड जज या कार्यरत जज से कराई जाएगी।
बता दें कि, गिरौदपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर एक बस्ती मानाकोनी है। यहां पर पुरानी गुफा है, जो बाघिन गुफा के नाम से प्रचलित है। जहां जैतखाम और सतनामी समाज के पूजा स्थल में तोड़-फोड़ की गई थी। इसके बाद समाज के लोगों ने चक्काजाम किया था। इससे पूरे सतनामी समाज में आक्रोश है।