चेहरे पर कील-मुंहासे होने का कारण: जब हम 12 से 22 की उम्र में होते हैं तो चेहरे पर एक्ने और मुंहासे की समस्या बढ़ जाती है। लेकिन, तब क्या जब ये समस्या इस उम्र के बाद भी बढ़ती चली जाए। हां, कई लोग हैं जो कि चेहरे पर कील-मुंहासों के ज्यादा होने से परेशान रहते हैं पर ऐसे लोग इसके सही कारणों को जान नहीं पाते और हमेशा परेशान ही रह जाते हैं। तो, आज हम शरीर की उन स्थितियों के बारे में समझेंगे जो कि चेहरे पर कील-मुंहासे होने का कारण हैं।
चेहरे पर कील-मुंहासे हों तो यह किस बात का संकेत होता है- Causes of pimples on face in hindi
1. हार्मोनल गड़बड़ियों का संकेत-Hormone imbalance
उम्र बढ़ने के साथ, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे कुछ हार्मोनों में बदलाव आपकी त्वचा को भी प्रभावित करते हैं। आपको समझना होगा कि आपका शरीर संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ हार्मोन के साथ काम करता है, लेकिन अगर एक भी हार्मोन असंतुलित होता है, तो आपकी स्किन पर ड्राइनेस, मुंहासे, फाइन लाइन्स, झुर्रियां और कई समस्याएं हो सकती हैं। यानी कि अगर आपको ज्यादा कील-मुंहासे हो रहे हैं तो आपके शरीर में ज्यादा हार्मोन असंतुलित है।
2. स्ट्रेस के कारण-Stress
स्ट्रेस की वजह से आपकी स्किन पर लगातार एक्ने और मुंहासे हो सकते हैं। दरअसल, जब आप स्ट्रेस में होते हैं तो कार्टिसोल हार्मोन बढ़ता है और फिर इससे स्किन में ऑयल प्रोडक्शन बढ़ता है। इससे अलाव गंदगी से स्किन पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं और कील-मुंहासों की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा स्ट्रेस, हार्मोन असंतुलन का भी कारण बनता है।
3. शुगर मेटाबोलिज्म स्लो हो रहा है-Slow glucose metabolism
शुगर मेटाबोलिज्म का स्लो होने का मतलब है कि आपके शरीर में चीनी पचने की गति स्लो हो गई है। इससे शरीर में शुगर बढ़ेगा जो कि स्किन के लिए बेहद नुकसानदेह है। जब आपका ब्लड शुगर बढ़ जाता है, तो यह आपके पूरे शरीर में सूजन का कारण बनता है। ये स्पाइक्स आपके शरीर में अधिक सीबम बढ़ाता है यानी कि आपकी त्वचा में एक तैलीय पदार्थ बनाने का कारण भी बनता है जिससे चेहरे पर कील-मुंहासों की समस्या ज्यादा हो सकती है।
4. स्किन की बीमारियों के कारण-Skin Diseases
फॉलिकुलिटिस (Folliculitis) , रोसैसिया (Rosacea), स्टैफ (Staph) और स्किन कैंसर (Skin cancer) जैसी स्किन की बीमारियों की शुरुआत में भी चेहरे पर कील-मुंहासे ज्यादा हो सकते हैं। इतना ही नहीं ये कील-मुंहासे बार-बार वापिस आ सकते हैं। इसके अलावा इनको ठीक होने में नार्मल से ज्यादा समय लग सकता है। इसके अलावा ये घाव जैसे गहरे भी हो सकते हैं। तो, इन तमाम कारणों का ध्यान रखें और एक्सपर्ट से दिखाएं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)