नई दिल्ली : भारत में 5G के बाद अब 6G की एंट्री होने वाली है। देश में 5जी के बढ़ते कवरेज के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6जी की कवायद शुरू कर दी है। उन्होंने नेटवर्किंग की विश्व स्तरीय कंपनी सिस्को से अगली पीढ़ी की दूरसंचार प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) शुरू करने के लिए कहा है ताकि लाखों लोगों को और सशक्त बनाया जा सके। कंपनी की मुख्य संचालन अधिकारी मारिया मार्टिनेज ने यह जानकारी दी। मार्टिनेज ने उभरती प्रौद्योगिकियों के बारे में पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी तथा कंपनी के अन्य शीर्ष अधिकारियों की बातचीत का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे ये प्रौद्योगिकियां नवाचार और निर्माण में देश की मदद कर सकती हैं।
प्रधानमंत्री ने 6जी पर काम करने के लिए कहा
मार्टिनेज ने कहा, विभिन्न प्रौद्योगिकियों के लिए भारत को वैश्विक विनिर्माण और निर्यात केंद्र बनाने की उनकी महान प्रतिबद्धता को देखने के लिए प्रधानमंत्री और अन्य शीर्ष नेताओं से मिलना बहुत रोमांचक था। 5जी हमारे लिए और अधिक करने का एक बड़ा अवसर है-न केवल निजी के लिए क्षेत्र बल्कि बड़े पैमाने पर सभी आकार के उद्यमों के लिए भी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने उनसे 6जी पर काम करने के लिए कहा क्योंकि 5जी के बाद प्रधानमंत्री पहले से ही इसका खाका तैयार कर रहे हैं।
भारत की योजनाओं का विवरण दिया गया
मार्टिनेज ने बताया, हमने 6जी को लेकर भी संयुक्त आरएंडडी के बारे में बात की। हम भारत सहित विश्व स्तर पर 5जी रोल-आउट देखकर बहुत उत्साहित हैं। हम 6जी को लेकर भी बहुत उत्साहित हैं। पीएम मोदी पहले ही इस बात पर जोर दे चुके हैं कि 6जी पहल इनोवेटर्स, इंडस्ट्रीज और स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर पैदा करेगी। मार्च में उन्होंने एक विजन डॉक्यूमेंट जारी किया था जिसमें कुछ वर्षों में 6जी दूरसंचार सेवाओं को विकसित करने और लॉन्च करने की भारत की योजनाओं का विवरण दिया गया है।