रायपुर। प्रदेश के नेता, कारोबारी और अधिकारीयों में ED का ख़ौफ़ है। ऐसे में अब तक ED के शिकंजे से बचे वीआईपी यही मना रहे हैं कि ED यहां से चली जाये। ऐसे ही लोगों के लिए एक बुरी खबर है ! क्योंकि पुजारी पार्क में स्थित ED के जोनल दफ्तर ने तीन साल और रायपुर में रहने का फैसला कर लिया है। इसलिए जोनल ऑफिस ने रायपुर नगर निगम क्षेत्र में एक आलीशान कोठी या बंगला जिसकी पार्किंग एरिया करीब 1600 से 1700 वर्गफुट हो ऐसी जगह भाड़े पर खोज रही है।
बाकायदा तीन साल की लीज में ED को ऐसी जगह चाहिए जहां से वो दफ्तर भी चला सके और ED अफसर भी रह सकें। ED ने ऑनलाइन टेंडर जारी किया है। ONLINE E-TENDAR की तारीख से लगता है क़ि ED किराये की कोठी लेने की बहुत जल्दी में है। नियमतयः अगर बंगला मिले तो IPC के तहत रेंट एग्रीमेंट 11 महीने का होता है और ED को बंगला करीब 3 साल के लिए चाहिए तो उसे लीज में लेना होगा या फिर 11-11 माह में एग्रीमेंट साइन करना होगा। बता दें कि लीज में लेने से स्टांप ड्यूटी देना होगा।
इतनी जल्दी में क्यों है ED
प्रवर्तन निदेशालय की रायपुर जोनल ऑफिस के अधिकारी जरा जल्दी में लग रहे हैं। इसी लिए ऑनलाइन ई-टेंडर की निविदा तारीखों से साफ हो जाता है कि मियादी वक्त में ही उन्हें उनका मनपसंद बंगला रायपुर नगर निगम क्षेत्र के अंदर मिल जाये। वैसे जल्दबाजी की अन्य वजह भी हो सकती है जिसमे या तो पुजारी पार्क वाला दफ्तर छोटा पड़ रहा हो या ख़ाली करने की नौबत हो। सूत्रों की मानें तो दूसरी वजह आने वाले समय में ताबड़तोड़ कार्रवाई होगी और एक्सपर्ट अधिकारियों की जमघट लगेगी उनके लिए एडिशनल रिक्वायरमेंट होगी। आखिर एक कारण यह भी हो कि ऐसा बंगला पसंद किया जा चूका हो और यह महज़ खानापूर्ति है।
ये इलाके है ED के लायक
वर्तमान में तो सीबीआई के पास खुद का सुरक्षित, आलीशान सर्वसुविधायुक्त कार्यालय है। पूर्व में CBI सिविल लाइन के एक आलीशान बंगले में चलता था। केंद्रीय विभागों में NIA का जोन कार्यालय नवा रायपुर में है। इसी के एक हिस्से में ED को भी जगह दिए जाने की चर्चा है, लेकिन डोरी की वजह से शहरी सीमा क्षेत्र में जगह तलासी जा रही है। CPWD, इंकमटैक्स और GST के पास भी आलीशान दफ्तर है। जबकि 3 साल की लीज पर ED को बड़ा बांग्ला पार्किंग वह भी शहर के अंदर सिर्फ शंकर नगर, सिविल लाइन, राजेंद्र नगर, सुन्दर नगर, अवंति विहार, चौबे कॉलोनी समेत अन्य पॉश इलाकों में ही मिलेगा।