रायपुर. छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आबकारी अधिकारी और शराब कारोबारियों पर छापे के बाद अब एक बार संचालक के घर पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने दबिश दी है. इसके अलावा वीआईपी रोड पर एक कैफे में भी छापे की जानकारी आ रही है. खबर है कि जय स्तंभ चौक के पास बार का संचालन करने वाले कारोबारी के अशोका रतन स्थित निवास पर छापा मारा गया है. पिछले छापों में आई जानकारी के हिसाब से यहां छापे की बात कही जा रही है.
ईडी पर प्रताड़ित करने का आरोप
बता दें कि इससे पहले ईडी ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी के साथ-साथ बड़े शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, अमोलक सिंह भाटिया, नवीन केडिया सहित दर्जनभर से ज्यादा लोगों के यहां छापेमारी की थी. इस छापे के बाद सभी को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया था. यहां पर ईडी द्वारा मारपीट करने और शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप भी लगाए गए हैं. आबकारी सचिव निरंजन दास, विशेष सचिव एपी त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में आबकारी अधिकारी व शराब के काम से जुड़े लोगों ने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर ईडी द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत की है.
झारखंड के आईएएस से पूछताछ
कथित शराब घोटाले के मामले में रायपुर ईडी की टीम झारखंड के आबकारी सचिव आईएएस विनय चौबे और आयुक्त करण सत्यार्थी से भी पूछताछ कर चुकी है. राजधानी रायपुर में पुजारी पार्क स्थित ईडी के दफ्तर में दोनों अफसरों से करीब 9 घंटे तक ईडी ने पूछताछ की है. शराब से ही जुड़े मामले की जांच के दौरान छत्तीसगढ़ के आईएएस अनिल टुटेजा और आबकारी के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी के समंस के बावजूद दफ्तर में पेश नहीं होने के संबंध में ईडी ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है. इसके बाद जहां त्रिपाठी अपना बयान दर्ज कराने के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे, वहीं आईएएस टुटेजा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर बताया है कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है और ईडी से समय मांगा है.